नई दिल्ली। एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (Athletics Federation of India) भारत में कोचिंग सिस्टम मजबूत करने के लिए विभिन्न विषयों पर 10 कार्यशालाओं का आयोजन करेगा। AFI का यह प्रयास कोचिंग के क्षेत्र में नई सोच लाने और कोचों की जानकारी को एडवांस करने के लिए है। इससे एथलीटों के प्रदर्शन को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।
एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया ने बहुत पहले AFI प्री लेवल 1 कोचिंग कोर्स, WA CECS लेवल 1 और WA CECS लेवल 2 विशेष पाठ्यक्रम आयोजित करके कोच शिक्षा कार्यक्रम शुरू किया था। इसका लक्ष्य 2036 तक 40 हजार कोच तैयार करना था।
AFI ने 2024 तक 36 बैच AFI प्री लेवल 1 कोचिंग कोर्स, 12 WA CECS लेवल 1 कोर्स, 10 CECS लेवल 2 कोर्स आयोजित किए हैं। AFI द्वारा भविष्य में इनकी संख्या बढ़ाने की संभावना है। AFI के कार्यशालाओं के संचालन के लिए दुनिया के सर्वश्रेष्ठ विशेषज्ञों के साथ-साथ सर्वश्रेष्ठ भारतीय प्रशिक्षकों को शामिल किया जाएगा।
क्रम संख्या | कार्यशाला का नाम | कार्यशाला की संख्या | एक्सपर्ट का नाम |
1 | स्प्रिंट्स और हर्डल्स (स्पीड ट्रेनिंग की नवीनतम पद्धति) | 2 | लोरेन सीग्रेव, जोनास डोडू |
2 | थ्रो (बायोमैकेनिक्स और थ्रो का तकनीकी मॉडल) | 2 | डॉ. क्लॉस, डॉन बैबिट |
3 | मध्यम और लंबी दूरी (हाई परफॉर्मेंस के लिए लेटेस्ट मेथड ऑफ एंडुरेंस) | 2 | गुंटर लैंग, स्कॉट सिमंस |
4 | कूद (बायोमैकेनिक्स और कूद का तकनीकी मॉडल) | 2 | वैलेरी ओबिडको |
5 | स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग | 1 | टीबीडी |
6 | सामान्य प्रशिक्षण पद्धति | 1 | टीबीडी |