शिमला में 11वीं माउंटेन साइकिलिंग रेस 10 मई से, नए और रोमांचक रूट पर सफर करेंगे रेसर

हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में 11वीं माउंटेन साइकिलिंग रेस 10 मई से शुरू होने जा रही है। रेस में 140 रेसर कुल 130 किमी का सफर पूरा करेंगे। यह रेस चुनौतीपूर्ण होने के साथ बेहद रोमांचक भी होगी।

खेल डेस्क। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में 11वीं माउंटेन साइकिलिंग रेस 10 मई से शुरू होने जा रही है। इसमें साइकिल रेसर्स को पहाड़ियों और कठिन रास्तों से होते हुए कुल 130 किमी के सफर को पूरा करना होगा। यह रेस चुनौतीपूर्ण होने के साथ बेहद रोमांचक भी होगी। इस रेस में भारत के 45 शहरों और चार अन्य देशों के कुल 140 साइकिल रेसर हिस्सा ले रहे हैं। रेसर्स को सड़कों, सिंगल ट्रैक और जंगल की चढ़ाई के दौरान 3000 मीटर ऊपर की ओर चढ़ाई करेंगे।

भारत की सबसे बड़ी साइकिलिंग रेस
फायरफॉक्स रोड टू हिमालय रेस भारत की सबसे बड़ी साइकिलिंग रेस है। भारत से 11 शहरों 11 रेस आयोजित की गईं हैं। इनमें जयपुर, गुड़गांव, हलद्वानी, चेन्नई, त्रिशूर, गुवाहाटी, ईटानगर, श्रीनगर, पुणे, मैसूर शामिल हैं। इसमें साइकिल रेसर अपना रोमांचक सफर तय करेंगे। 

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नया रूट और नया फॉर्मेट मिलेगा
इस बार की माउंटेन साइकिल रेस क्रॉस कंट्री मैराथन और क्रॉस कंट्री ओलंपिक की तरह आयोजित की जा रही है। इस बार रेस कई अज्ञात इलाकों से होकर गुजरेगी। यह दौड़ कुफरी वन्यजीव अभयारण्य और चैल वन्यजीव अभयारण्य के जंगल के रास्तों और मशोबरा के पुराने जंगलों से होकर जाएगी। यह रूट साइकिल रेसर्स के लिए काफी रोमांच से भरा होगा। 

7  कैटेगरी में होगी रेस 
इस साइकिल रेस को 7 कैटेगरी में बांटा गया है। 16 वर्ष से कम उम्र के लड़के, 19 वर्ष से कम उम्र के लड़के, संभ्रांत पुरुष, मास्टर पुरुष, ग्रैंड मास्टर पुरुष, संभ्रांत महिला और महिला मास्टर्स शामिल है। वहीं अब तक की इस साइकिल रेस में सर्वाधिक 16 महिलाओं ने पार्टिसिपेट किया है।

 

 

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