Indian wrestler protest: टोक्यो ओलंपिक 2020 में गोल्ड मेडल जीतने वाले नीरज चोपड़ा ने नई दिल्ली में प्रोटेस्ट कर रहे पहलवानों का सपोर्ट करते हुए एक ट्वीट पोस्ट किया।
स्पोर्ट्स डेस्क: दुनियाभर में भारत का नाम रोशन करने वाली साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया समेत कई पहलवान रविवार को नई संसद के बाहर विरोध प्रदर्शन करने पहुंचे थे। इस दौरान दिल्ली पुलिस ने विरोध करने वाले पहलवानों को हिरासत में ले लिया। साथ ही विनेश, साक्षी और बजरंग पुनिया को धक्का भी दिया और बसों में घसीट कर उन्हें हिरासत में लिया गया। यह पूरा मामला नई संसद से लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पर हुआ, जहां पर यह पहलवान विरोध प्रदर्शन करने वाले थे। अब इस पूरे मामले पर गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा ने भी नाराजगी जाहिर की है।
यह देखकर मुझे बहुत दुख हो रहा है- नीरज चोपड़ा
गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा ने एक वीडियो शेयर कर पहलवानों को हिरासत में लिए जाने पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने साक्षी मलिक के वीडियो को रीट्वीट करते हुए लिखा- "यह देख कर मुझे बहुत दुख हो रहा है। इससे निपटने का एक बेहतर तरीका हो सकता है।" इस वीडियो में आप देख सकते हैं कि पहलवान विनेश फोगाट ने सुरक्षा बेरिकेड्स को तोड़ने की कोशिश की, तो पुलिसकर्मियों ने इनके साथ धक्का-मुक्की की। इस दौरान सभी प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया गया और जबरन बसों में बिठाया गया। सोशल मीडिया पर यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।
क्रिकेटर इरफान पठान ने किया ट्वीट
इतना ही नहीं, पूर्व भारतीय क्रिकेटर इरफान पठान ने भी इस पर ट्वीट करते हुए नाराजगी जाहिर की और लिखा कि मैं अपने एथलीटों के वीडियो को देख कर बहुत दुखी हूं कृपया इसे जल्द से जल्द हल करें।
बता दें कि भारतीय एथलीटों ने भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ चल रहे विरोध के तहत महिला सम्मान महापंचायत का आयोजन किया था। लेकिन जब पहलवान जंतर मंतर पर अपने विरोध स्थल से नई संसद की ओर मार्च करने की कोशिश कर रहे थे, तो दिल्ली पुलिस ने पहलवानों के साथ मारपीट की और उन्हें हिरासत में भी ले लिया।
पहलवानों पर होगी कानूनी कार्रवाई
दिल्ली विशेष पुलिस आयुक्त दीपेंद्र पाठक ने कहा कि एथलीटों को कानून व्यवस्था का उल्लंघन करने के लिए हिरासत में लिया गया था और उन्होंने आश्वासन दिया कि समय के साथ जांच के बाद कानूनी कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि जंतर-मंतर पर भारतीय पहलवान पिछले 24 अप्रैल से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका आरोप है कि बृजभूषण शरण सिंह पर कई महिला एथलीटों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया, लेकिन इस पर कोई एक्शन नहीं लिया गया।