पैरालंपिक और ओलंपिक में क्या है अंतर? खिलाड़ियों के लिए तय है विकलांगता कैटेगरी

पैरालंपिक 2024 की शुरुआत भारत के लिए शानदार रही है और पहले ही दिन चार मेडल जीते गए हैं। ओलंपिक की तरह ही पैरालंपिक भी विश्वस्तरीय प्रतियोगिता है लेकिन इसमें शारीरिक अक्षमता वाले खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं। इस बार भारत 12 प्रतियोगिताओं में भाग ले रहा है।

खेल समाचार। पैरालंपिक 2024 प्रतियोगिता का आगाज हो चुका है और भारत ने पहले ही दिन चार मेडल हासिल कर लिए हैं। इस बार भारत की ओर से 84 पैरा एथलीट प्रतियोगिता में अपना हुनर दिखाने पेरिस गए हैं। पैरालंपिक भी ओलंपिक की तरह ही विश्वस्तरीय प्रतियोगिता होती है। खिलाड़ियों सामने चुनौती भी उतनी ही कठिन होती है इसके बाद भी ओलंपिक और पैरालंपिक में अंतर होता है।

ओलंपिक और पैरालंपिक में ये अंतर
ओलंपिक प्रतियोगिता में बौद्धिक और शारीरिक रूप से पूरी तरह फिट रहने वाले सक्षम खिलाड़ी भाग ले सकते हैं। जबकि पैरालंपिक में शारीरिक अक्षमता या दिव्यांगता वाले खिलाड़ी शामिल रहते हैं। ओलंपिक और पैरालिंपिक एलीट वर्ग और विशेषता के बारे में है। एथलीट हर चार साल में एक बार ओलंपिक और पैरालंपिक प्रतियोगिता में भाग ले सकता हैं।

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कुल 12 प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेंगे पैरा एथलीट
पैराएथलिटिक्स के क्षेत्र में भारत लगातार बेहतर परिणाम दे रहा है। यही वजह है कि इस बार भारतीय पैराएथलीट कुल 12 प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले रहे हैं। पिछली बार यह संख्या 9 थी लेकिन इस बार तीन नई प्रतिस्पर्धा पैरा साइकिलिंग, पैरा रोइंग और पैरा जूडो में भी खिलाड़ी अपना लोहा मनवाएंगे। पिछली बार में कुल 54 खिलाड़ी प्रतियोगिता में शामिल हुए थे।

इन प्रतियोगिताओं में हुनर दिखाएंगे पैराएथलीट
भारतीय एथलीट्स पैरा तीरंदाजी, पैरा एथलेटिक्स, पैरा बैडमिंटन, पैरा कैनो, पैरा साइकिलिंग, पैरा जूडो, पैरा पावरलिफ्टिंग, पैरा रोइंग, पैरा शूटिंग, पैरा स्विमिंग, पैरा टेबल टेनिस और पैरा ताइक्वांडो खेलों में हिस्सा लेंगे। पिछली बार कुल 54 खिलाड़ियों ओलंपिक के लिए भेजे गए थे।

पैरालंपिक में विकलांगता कैटेगरी 
पैरालंपिक प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए 10 प्रकार की विकलांगता ही स्वीकार की गई है। इसमें क्षीण मांसपेशी शक्ति, निष्क्रिय गति सीमा, शरीर में किसी अंग की कमी, पैरों की लंबाई में अंतर, काफी छोटा कद, हाइपरटोनिया, दृष्टि बाधिता के अलावा बौद्धिक रूप से अक्षम होना भी विकलांगता की श्रेणी में रखा गया है।

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