
Commonwealth Games 2030: 2030 में होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स (CWG) का आयोजन भारत में हो इसके लिए बोली लगाने को केंद्र सरकार ने मंजूरी दी है। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को यह फैसला किया। इसके साथ ही मंत्रिमंडल ने मेजबान सहयोग समझौते पर साइन करने को भी मंजूरी दी है। बोली स्वीकार होने पर गुजरात सरकार को अनुदान सहायता देने का आश्वासन दिया गया है।
2030 CWG (राष्ट्रमंडल खेल) के लिए अहमदाबाद को मेजबान शहर के रूप में चुना गया है। अगर भारत बोली जीतता है तो यहां CWG का आयोजन होगा। अहमदाबाद में इसके लिए जरूरी विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचे, ट्रेनिंग फैसिलिटी और खेल संस्कृति है। यहां दुनिया का सबसे बड़ा नरेंद्र मोदी स्टेडियम है। इसने 2023 में होने वाले आईसीसी मेन्स विश्व कप की मेजबानी की है।
2030 CWG में 72 देशों के भाग लेने की उम्मीद है। इसके आयोजन से बड़े पैमाने पर रोजगार पैदा होगा। पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और खेल के अलावा विभिन्न क्षेत्रों में व्यावसायिक अवसर पैदा होंगे। भारत एक समावेशी राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी की भी कोशिश करेगा। इसमें 2026 के खेलों से हटाई गई कई पदक स्पर्धाओं को वापस लाया जाएगा। हॉकी, क्रिकेट, बैडमिंटन, कुश्ती, टेबल टेनिस, डाइविंग, रग्बी सेवन्स, बीच वॉलीबॉल, माउंटेन बाइकिंग, स्क्वैश और रिदमिक जिम्नास्टिक उन प्रमुख पदक स्पर्धाओं में शामिल हैं जिन्हें 2026 के खेलों से हटा दिया गया था।
कॉमनवेल्थ गेम्स हर चार साल में आयोजित होने वाला एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजन है। इसमें मुख्य रूप से वैसे देश हिस्सा लेते हैं जहां कभी अंग्रेजों का राज था। इसकी शुरुआत 1930 में हुई थी। द्वितीय विश्व युद्ध के कारण 1942 और 1946 को छोड़कर, इन खेलों का लगातार आयोजन होता रहा है।
शुरुआत में 1950 तक इसे ब्रिटिश एम्पायर गेम्स कहा जाता था। बाद में देशों की स्वतंत्रता के बाद इसका नाम बदल दिया गया और सभी राष्ट्रमंडल देशों के एथलीटों का स्वागत किया गया। ऑस्ट्रेलिया के नाम सबसे ज्यादा बार इन खेलों की मेजबानी करने का रिकॉर्ड है, जिसने ऐसा पांच बार किया है।
कॉमनवेल्थ गेम्स आयोजित करने की इच्छा रखने वाले देश इसके लिए बोली लगाते हैं। CGF (राष्ट्रमंडल खेल महासंघ) द्वारा चुना जाता है कि आयोजन किस देश के किस शहर में होगा। CGF तय करता है कि CWG में कौन से खेल शामिल होंगे।