प्रतिष्ठित विंबलडन ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट में 2025 से लाइन जज देखने को नहीं मिलेंगे. टूर्नामेंट में सर्विस फॉल्ट, आउट के फैसले सुनाने के लिए 2025 से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करने का फैसला किया गया है.
लंदन: अब विंबलडन ग्रैंड स्लैम टेनिस टूर्नामेंट में लाइन जज नहीं होंगे. विंबलडन के आयोजक ऑल इंग्लैंड क्लब ने टूर्नामेंट में सर्विस फॉल्ट, आउट के फैसले सुनाने के लिए 2025 से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) तकनीक का इस्तेमाल करने का फैसला किया है.
इस बारे में बुधवार को जानकारी देते हुए ऑल इंग्लैंड क्लब के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सैली बोल्टन ने कहा, “टूर्नामेंट इतने सालों से सफलतापूर्वक आयोजित हो रहा है, इसमें लाइन जज का योगदान बेहद महत्वपूर्ण रहा है. लेकिन समय के साथ तकनीक का इस्तेमाल भी जरूरी हो जाएगा. ज्यादा पारदर्शी खेल के लिए एआई से फायदा होगा. पिछले कई सालों से मौजूद बॉल ट्रैकिंग सिस्टम भी आगे बढ़ेगा, पिछले साल टूर्नामेंट में एआई का प्रायोगिक तौर पर इस्तेमाल किया गया था. इससे मिले नतीजों को देखते हुए अगले साल से इसे पूरी तरह से लागू करने का फैसला लिया गया है.”
दीपा के संन्यास से केंद्रीय खेल मंत्री अचंभित
नई दिल्ली: भारत की दिग्गज जिम्नास्ट दीपा कर्माकर के अचानक खेल को अलविदा कहने पर केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने हैरानी जताई है. 31 साल की दीपा ने 2016 के रियो ओलंपिक में भाग लेकर चौथा स्थान हासिल कर सबका ध्यान खींचा था.
साथ ही ओलंपिक में भाग लेने वाली भारत की पहली जिम्नास्ट होने का गौरव भी हासिल किया था. दीपा को बधाई देते हुए पत्र लिखने वाले ठाकुर ने कहा, ‘आपके संन्यास लेने की खबर सुनकर हैरानी हुई. मुझे विश्वास है कि आपने बहुत सोच-समझकर यह फैसला लिया होगा. आपका आगे का जीवन मंगलमय हो.’
आर्कटिक ओपन: प्री क्वार्टर फाइनल पर नजरें
वंता (फिनलैंड): भारत के युवा शटलर लक्ष्य सेन यहां चल रहे आर्कटिक ओपन सुपर 500 बैडमिंटन टूर्नामेंट के प्री क्वार्टर फाइनल में पहुंच गए हैं. पहले दौर में लक्ष्य के प्रतिद्वंद्वी डेनमार्क के रॉसमस गेमके ने मैच से संन्यास ले लिया. वहीं महिला सिंगल्स के पहले दौर में युवा खिलाड़ी मालविका बंसोड़ ने दुनिया की 23वें नंबर की चीनी ताइपे की सुंग युन को हराकर प्री क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई.