बिहार के भोजपुर में बैंक लूटने पहुंचे बदमाशों के उस समय होश उड़ गए। जब असलहों ने उनका साथ छोड़ दिया। हैरान परेशान बदमाशों ने दुम दबाकर भाग लेने में ही अपनी भलाई समझी। बदमाश शाहपुर स्थित दक्षिण बिहार बैंक में लूट की वारदात को अंजाम देने पहुंचे थे।
भोजपुर। बिहार के भोजपुर में बैंक लूटने पहुंचे बदमाशों के उस समय होश उड़ गए। जब असलहों ने उनका साथ छोड़ दिया। हैरान परेशान बदमाशों ने दुम दबाकर भाग लेने में ही अपनी भलाई समझी। बदमाश शाहपुर स्थित दक्षिण बिहार बैंक में लूट की वारदात को अंजाम देने पहुंचे थे। यह घटना बुधवार सुबह की है। हथियारबंद लुटेरों ने बैंक कर्मियों पर असलहे तान दिए। प्रबंधक के साथ मारपीट भी की। उनकी हाथापाई भी हुई। पर इसी दरम्यान बंदूक जाम हो गई। बंदूक से गोली नहीं निकली और इस तरह बैंक में लूट की वारदात होते-होते बच गई।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के अनुसार, बुधवार सुबह लगभग 10:30 बजे तीन नकाबपोश हथियारबंद बदमाश दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक में घुसे और बैंक के स्टाफ पर बंदूक तान दी। सभी कर्मचारी घबड़ा गए। बदमाशों ने बैंक मैनेजर से दोनों हाथ उपर उठाने के लिए कहा और इसी दरम्यान बदमाश मैनेजर पर टूट पड़े और उनके साथ मारपीट की। इसी बीच किसी ने बदमाशों को पीछे से धक्का दे दिया। बस, उसके बाद हाथापाई शुरु हो गई। बदमाशों ने साथ लाई बंदूक से फायर करने की कोशिश की। पर बंदूक जाम हो गई। उसमें से गोली ही नहीं निकली। यह देखकर बदमाश सकपका गए। पल भर में बैंक का पूरा माहौल ही बदल गया। बदमाशों ने भागने में ही अपनी भलाई समझी और बिना बैंक लूट किए ही भाग खड़े हुए। इसे संयोग ही कहेंगे कि बंदूक से गोली नहीं चली। यदि बदमाशों की बंदूक से गोली चली होती तो किसी जनहानि से इंकार नहीं किया जा सकता था और इस तरह बैंक लूटने से बच गया।
ये वारदात राज्य की कानून व्यवस्था पर खड़े कर रहे सवाल
बिहार में लगातार बैंक लूट की वारदातों ने पुलिस के भी कान खड़े कर दिए हैं। ये वारदात राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहे हैं। आपको जानकर ताज्जुब होगा कि पिछले महीने बदमाशों ने समस्तीपुर में दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक की शाखाओं को ही अपना निशाना बनाया था। जिले में अलग-अलग बैंक की शाखाओं से तीन बार लूट की वारदात हुई। इनमें करीब 41 लाख रूपये लूटे गए। मंगलवार को ही जमुई जिले में भी एक वारदात हुई। चकाई बाजार में लुटेरे ग्राहक बनकर आए थे और 16 लाख रूपये की लूट कर चंपत हो गए। सिलसिलेवार घट रही ये घटनाएं पुलिसिया कार्रवाई पर सवाल खड़े कर रही हैं।