बिहार की सत्ता का अंकगणित, सबसे बड़ा दल होकर भी विपक्ष में बैठने को क्यों मजबूर हो सकता है RJD

बिहार विधानसभा में सदस्यों की संख्या 243 है। बहुमत का आंकड़ा 122 है। वर्तमान में महागठबंधन की सरकार है और इसके विधायकों की संख्या 160 है।

Vivek Kumar | Published : Jan 27, 2024 9:58 AM IST / Updated: Jan 27 2024, 03:37 PM IST

पटना। बिहार में राजनीतिक संकट (Bihar political crisis) गहरा गया है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर पाला बदलने वाले हैं और राजद-कांग्रेस का साथ छोड़कर भाजपा के साथ जाने वाले हैं। ऐसा होता है तो राजद सबसे बड़ा दल होते हुए भी फिर से विपक्ष में बैठने को मजबूर हो सकता है।

इस बीच राजद की कोशिश हिंदुस्तान अवाम मोर्चा (सेक्युलर) को एनडीए से तोड़ने की है। अगर इसमें कामयाबी मिलती है और जदयू के कुछ विधायक टूटते हैं तो खेल उलटा भी हो सकता है। जदयू को पहले ही राजद द्वारा पार्टी तोड़ने का डर था। कहा जाता है कि नीतीश कुमार के पाला बदलने के फैसले के पीछे बड़ी वजह यह भी है।

क्या है बिहार की सत्ता का अंकगणित?

बिहार विधानसभा में सदस्यों की संख्या 243 है। बहुमत का आंकड़ा 122 है। 79 विधायकों के साथ राजद सबसे बड़ा दल है। इसके बाद दूसरे नंबर पर 78 विधायकों के साथ भाजपा का स्थान है। नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के विधायकों की संख्या 45 है। कांग्रेस के पास 19 विधायक हैं। वामपंथी दलों के विधायकों की संख्या 14 है।

वर्तमान में महागठबंधन (राजद+जदयू+कांग्रेस+वामपंथी दल) की सरकार है और इसके विधायकों की संख्या 160 है। हिंदुस्तान अवाम मोर्चा (हम) के पास चार विधायक हैं। यह भाजपा के साथ है। अगर नीतीश कुमार भाजपा के साथ आते हैं तो जदयू, बीजेपी और हम के विधायकों की संख्या 127 हो जाती है। यह बहुमत के आंकड़े 122 से अधिक है। अगर हम ने साथ नहीं दिया तब भी जदयू और भाजपा के विधायकों की संख्या 123 होगी, जो बहुमत से अधिक है।

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हम पर डोरे डाल रहे राजद-कांग्रेस

सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार राजद इस बार आसानी से सत्ता से बाहर होने को तैयार नहीं है। राजद और कांग्रेस की नजर हम पर है। हम के नेता जीतन राम मांझी को अपनी ओर लाने की कोशिश चल रही है। इसके लिए बड़े-बड़े वादे किए जा रहे हैं। हालांकि हम के आने के बाद भी राजद को सरकार बनाने के लिए कुछ और विधायकों की जरूरत होगी। राजद अगर जदयू को तोड़ पाए तो उनके लिए सत्ता में आने का रास्ता खुल सकता है। इस बीच कांग्रेस पर भी सबकी नजर है। कांग्रेस के 19 विधायक हैं। सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार कांग्रेस के कई विधायक नीतीश कुमार के साथ आ सकते हैं।

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