
Danapur Assembly Election 2025: दानापुर विधानसभा चुनाव 2025 में बीजेपी उम्मीदवार रामकृपाल यादव जीत गए हैं। उन्हें 108979 से ज्यादा वोट मिले हैं। उन्होंने 25591 से ज्यादा वोटों से आरजेडी के रितलाल यादव को हराया। रितलाल यादव को करीब 83388 मिले। बता दें कि यह सीट पटना से सटी होने के साथ-साथ लालू प्रसाद यादव की राजनीतिक यात्रा से भी जुड़ी हुई है। यहीं से 1995 में लालू ने चुनाव जीतकर बिहार के मुख्यमंत्री पद की राह बनाई थी। इस सीट को यादव और वैश्य समुदाय मिलकर तय करते हैं कि कमल खिलेगा या लालटेन जलेगी। 2020 में हुए दानापुर विधानसभा चुनाव (Danapur Vidhan Sabha Election 2020) में आरजेडी के रितलाल यादव ने बड़ा उलटफेर करते हुए भाजपा की दिग्गज उम्मीदवार आशा देवी को हराकर इस सीट पर कब्जा किया था।
2020 दानापुर विधानसभा चुनाव में आरजेडी प्रत्याशी रितलाल यादव ने 89,895 वोट पाकर जीत दर्ज की, जबकि भाजपा की आशा देवी को 73,971 वोट मिले। जीत का अंतर 15,924 वोटों का रहा। यह नतीजा दानापुर विधानसभा में भाजपा के लंबे समय से चले आ रहे दबदबे को तोड़ने वाला था।
नोट: आरजेडी प्रत्याशी रितलाल यादव 12वीं तक पढ़े लिखे हैं। उन पर एक दर्जन से ज्यादा यानि 14 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। उनकी कुल संपत्ति करीब 12 करोड़ रुपए हैं लेकिन किसी प्रकार की कोई देनदारी नहीं है।
2015 के चुनाव में भाजपा की आशा देवी ने लगातार तीसरी बार जीत दर्ज की थी। उन्हें 66,983 वोट मिले थे, जबकि आरजेडी प्रत्याशी राजकिशोर यादव को 61,774 वोट मिले। जीत का अंतर मात्र 5,209 वोट रहा।
2010 में भाजपा की आशा देवी पहली बार इस सीट से विजयी बनीं। उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी रितलाल राय को हराया। आशा देवी को 59,423 वोट, जबकि रितलाल राय को 41,506 वोट मिले। जीत का अंतर 17,917 वोटों का रहा।
दानापुर विधानसभा चुनाव (Danapur Assembly Election) में यादव मतदाता निर्णायक माने जाते हैं। इनके साथ वैश्य समुदाय जिस ओर झुकता है, जीत उसी की होती है। इसके अलावा ब्राह्मण, राजपूत, भूमिहार, मुस्लिम, पासवान, कुर्मी और रविदास वोटर भी यहां की राजनीति को प्रभावित करते हैं।
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