
लालू प्रसाद यादव को किडनी दान करने वाली उनकी बेटी रोहिणी आचार्य का चेहरा गीला था जब उन्होंने पटना एयरपोर्ट पर मीडिया को अपनी पीड़ा का रोना रोया। उनके शब्द, उनके भावों में एक अद्भुत दुख था - दुख उस बेइज्जती का, जिसे वह पारिवारिक संघर्ष में झेल रही थीं। रोहिणी ने अपनी आंखों में आंसू भरते हुए कहा, "मेरा कोई परिवार नहीं है। संजय यादव, रमीज और तेजस्वी यादव से पूछिए - उन्होंने मुझे परिवार से निकाल दिया है।"