एकमा विधानसभा चुनाव 2025: एकमा विधानसभा सीट पर राजनीतिक समीकरण बदलते रहे हैं। 2025 चुनाव में JDU के मनोरंजन सिंह 84077 वोटों से जीते। उन्होंने 2010 व 2015 में भी जीत दर्ज की थी, जबकि 2020 में यह सीट RJD के श्रीकांत यादव ने जीती थी।
Ekma Assembly Election 2025: एकमा विधानसभा चुनाव 2025 में जनता दल (यूनाइटेड) के मनोरंजन सिंह जीत गए हैं। उन्हें 84077 वोट मिले हैं। उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल के श्रीकांत यादव को 22708 वोटों से हराया। छपरा जिले की एकमा विधानसभा सीट (Ekma Vidhan Sabha Seat) बिहार की उन खास सीटों में से एक है जहां हर चुनाव में समीकरण बदलते रहते हैं। कभी जातीय गोलबंदी असर डालती है, तो कभी विकास और रोजगार के मुद्दे लहर बदल देते हैं।
2010 का चुनाव: जदयू का दबदबा
2010 में मनोरंजन सिंह (JDU) ने 55,474 वोट पाकर जीत दर्ज की।
कामेश्वर सिंह (RJD) को केवल 26,273 वोट मिले।
जीत की वजह
उस समय जदयू-भाजपा गठबंधन का असर राज्य भर में दिख रहा था।
नीतीश कुमार की सरकार की सड़क और बिजली वाली योजनाओं का लाभ मिला।
RJD की कमजोर संगठनात्मक पकड़ और अंदरूनी गुटबाजी हार का कारण बनी।
इस चुनाव में जनता ने विकास और सुशासन पर भरोसा दिखाया और भारी अंतर से जदयू को जिताया।
2015 का चुनाव: फिर जदयू की वापसी
2015 में भी मनोरंजन सिंह (JDU) ने जीत का सिलसिला जारी रखा।
उन्हें 49,508 वोट मिले, जबकि बीजेपी के कामेश्वर कुमार सिंह को 41,382 वोट मिले।
जीत की वजह
इस बार जदयू और RJD का महागठबंधन साथ आया था।
भाजपा ने कड़ी टक्कर दी, लेकिन गठबंधन का वोट बैंक भारी पड़ा।
मनोरंजन सिंह की स्थानीय लोकप्रियता भी जीत का बड़ा कारण बनी।
नोट: यह चुनाव साफ बताता है कि जब जदयू और RJD साथ होते हैं तो एकमा सीट पर विपक्षी दलों के लिए राह मुश्किल हो जाती है।
2020 का चुनाव: राजद ने बनाई बढ़त
2020 में तस्वीर बदल गई।
श्रीकांत यादव (RJD) ने 53,875 वोटों से जीत हासिल की।
सीता देवी (JDU) को 39,948 वोट मिले।
लोजपा, निर्दलीय और छोटे दलों के उम्मीदवारों ने वोट काटे लेकिन सीधी टक्कर RJD और JDU में रही।
नोट : विजई प्रत्याशी श्रीकांत यादव मात्र आठवीं पास हैं। उनके पास Rs 3,23,22,970 रुपए की चल-अचल संपत्ति है। उन पर Rs 2,18,88,925 रुपए का कर्जा भी है। हालांकि उनके ऊपर कोई क्रिमिनल केस नहीं हैं।
जीत की वजह
जदयू और भाजपा का साथ होते हुए भी मतदाता इस बार बदलाव चाहते थे।
RJD ने श्रीकांत यादव जैसे नए चेहरे को उतारकर युवाओं और पिछड़े वर्ग का समर्थन लिया।
लोजपा (LJP) के उम्मीदवार ने वोट काटे, जिससे JDU को नुकसान हुआ।
गांवों में भूमि विवाद, नहर परियोजना और बेरोजगारी जैसे मुद्दों ने RJD को फायदा पहुंचाया।
नोट: इस चुनाव ने साबित किया कि एकमा में जातीय समीकरण से ज्यादा स्थानीय मुद्दे और उम्मीदवार का चेहरा असर डाल सकते हैं।
बिहार की राजनीति, सरकारी योजनाएं, रेलवे अपडेट्स, शिक्षा-रोजगार अवसर और सामाजिक मुद्दों की ताज़ा खबरें पाएं। पटना, गया, भागलपुर सहित हर जिले की रिपोर्ट्स के लिए Bihar News in Hindi सेक्शन देखें — तेज़ और सटीक खबरें Asianet News Hindi पर।