बिहार में सियासी तापमान चरम पर है और सभी दल अपने-अपने पत्ते संभालने में जुट गए हैं। आगे क्या होगा, यह किसी को पता नहीं है लेकिन इस राजनैतिक खेल को जीतने की चाहत सभी दलों की है।
Bihar Politics. एक तरफ नीतीश कुमार आरजेडी को छोड़कर बीजेपी के साथ सत्ता संभालने के लिए पूरी तरह से तैयार नजर आ रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ राजनीति के माहिर खिलाड़ी लालू यादव व्यूहरचना में जुट गए हैं। आरजेडी ने अब बयान देने शुरू किए हैं अभी तक के सभी डेवलपमेंट को अफवाह करार दिया है। इस बीच कांग्रेस पार्टी भी सक्रिय हो गई है और पार्टी नेताओं की बैठक बुलाई है। रविवार का दिन बिहार की राजनीति में धमाकेदार होने जा रहा है क्योंकि तैयारियां हर तरफ से की जा रही हैं।
क्या है लालू यादव का नीतीश के लिए गेमप्लान
राष्ट्रीय जनता दल के नेता लालू प्रसाद यादव और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार को बड़ा झटका देने की तैयारी की है। आरजेडी का गेम प्लान है कि फरवरी को बिहार विधानसभा के बजट सत्र के दौरान जेडीयू के कुछ विधायकों को अनुपस्थित करा दें। यह भी योजना है कि जेडीयू को तोड़ा जाए और कम से कम 16 विधायकों से इस्तीफा दिला दिया जाए। इससे विधानसभा में जेडीयू का संख्या बल 243 से घटकर 227 तक पहुंच जाएगा और नीतीश कुमार की सरकार बनते ही गिर जाएगी। यह रणनीति यदि सफल हो गई तो नीतीश को झटका लग सकता है। यही वजह है कि नीतीश ने रविवार को सुबह 10 बजे पार्टी के सभी विधायकों की मीटिंग बुलाई है।
आरजेडी 20 विधायकों को जुटाने में लगी
आरजेडी नेता मनोज झा ने कहा कि हमारे पास नीतीश कुमार को हमारे साथ दोबारा वही करने से रोकने की योजना है। वह जो उन्होंने कई साल पहले किया था। हमारी पार्टी महागठबंधन का नेतृत्व करती है जो 243-मजबूत विधानसभा में बहुमत के निशान से 20 सीटों से कम है। झा ने दावा किया कि हम बहुमत जुटा लेंगे। यह भी कहा जा रहा है कि जेडीयू से पहले आरजेडी सरकार बनाने का दावा कर सकती है।
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