देश में बड़े स्तर पर जारी राजनीतिक हलचल के बीच बिहार विधानसमंडल का मानसून सत्र 10 जुलाई से शुरू हो रहा है। मानसून सत्र के दौरान 5 बैठकें होंगी। सत्र के दौरान प्रथम अनुपूरक बजट(supplementary budget) सहित कई विधेयक पेश किए जाने की संभावना है।
पटना. देश में बड़े स्तर पर जारी राजनीतिक हलचल के बीच बिहार विधानसमंडल का मानसून सत्र 10 जुलाई से शुरू हो रहा है। मानसून सत्र के दौरान 5 बैठकें होंगी। सत्र के दौरान प्रथम अनुपूरक बजट(supplementary budget) सहित कई विधेयक पेश किए जाने की संभावना है। इस दौरान विपक्ष खासकर भाजपा ने नीतीश कुमार सरकार को घेरने पूरी तैयारी कर रखी है। वहीं, सरकार के खिलाफ विभिन्न मांगों को लेकर तमाम संगठनों ने धरना-प्रदर्शन की तैयारी भी की है।
बिहार विधानसभा का मानसून सत्र 10 जुलाई से
बिहार विधानसभा के मानसून सत्र नीतीश कुमार सरकार को घेरने भाजपा ने पहले से ही तैयारी कर रखी है। वहीं, विधानमंडल सत्र को देखते हुए आसपास कड़ी सिक्योरिटी का इंतजाम किया गया है। आसपास धारा 144 लागू की गई है। धरना-प्रदर्शन पर रोक रहेगी।
सत्र के दौरान सुरक्षा व्यवस्था का बनाए रखने 80 मजिस्ट्रेट के साथ 400 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। खासकर आर ब्लॉक चौराहा, मुख्य सचिवालय मेन गेट, यारपुर रेल गुमटी के आसपास सुरक्षा के विशेष इंतजार किए गए हैं। गर्दनीबाग धरना स्थल पर धरना-प्रदर्शन के मद्देनजर मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है। प्रशासन संगठनों से यही उनकी मांगों से संबंधित ज्ञापन लेगा।
बिहार विधानसभा का मानसून सत्र कब तक चलेगा?
बिहार विधानसभा का मानसून सत्र 10 जुलाई से 14 जुलाई तक यानी 5 दिन चलेगा। इससे पहले नेता प्रतिपक्ष ने सर्वदलीय बैठक का बहिष्कार करके नीतीश सरकार को लेकर अपने तीखे तेवरों का पहले ही इजहार कर दिया। सर्वदलीय बैठक के दौरान नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने आरोप लगाया कि नीतीश सरकार विपक्ष की आवाज नहीं सुन रही है। उन्होंने शिक्षकों की नियुक्तियों और शिक्षक कैंडिडेट्स पर पुलिस के लाठीचार्ज का मुद्दा भी उठाया।
इस बीच विधानसभा के अध्यक्ष अवध बिहार चौधरी ने कहा कि मानसून सत्र छोटा है, लेकिन यह कई मायनों में महत्वपूर्ण है। सदन में सदस्यों के ज्यादा से ज्यादा सवाल लिए जाएंगे। सरकार इन सभी सवालों के जवाब देगी।
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