इतना कुख्यात है यह अपराधी, गिरफ्तारी और AK-47 जब्ती के बाद लोगों ने ली राहत की सांस, छह साल पहले कोर्ट परिसर से हत्या कर हुआ था फरार

कुख्यात अपराधी कुणाल सिंह 27 मार्च, 2017 को कोर्ट में पेशी के लिए ले जाने के दौरान फरार हो गया था। उसके बाद पीपराकोठी इलाके के बंगरी का रहने वाले यह अपराधी 11 मई 2017 को बेतिया कोर्ट में पेशी के दौरान अपराधी बबूल दुबे की हत्या के बाद चर्चा में आया।

Contributor Asianet | Published : Mar 16, 2023 4:51 AM IST

मोतिहारी। कुख्यात अपराधी कुणाल सिंह 27 मार्च, 2017 को कोर्ट में पेशी के लिए ले जाने के दौरान फरार हो गया था। उसके बाद पीपराकोठी इलाके के बंगरी का रहने वाले यह अपराधी 11 मई 2017 को बेतिया कोर्ट में पेशी के दौरान अपराधी बबूल दुबे की हत्या के बाद चर्चा में आया। पूर्वी चंपारण के सिसवा खरार गांव का रहने वाला बबलू भी शातिर अपराधी था। कुणाल ने खुद उस हत्या की जिम्मेदारी ली थी। बहरहाल, पुलिस ने बुधवार को कुणाल को उसके घर से गिरफ्तार कर एके-47 जब्त कर लिया है। उसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली है, यह हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि उसके जुल्मों की लम्बी फेहरिस्त बता रही है।

इन हत्याओं में था शामिल

वर्ष 2014 में बबलू दुबे नेपाल से भारत आते समय पकड़ा गया था। उसी समय से उसके हत्या की साजिश रची जा रही थी और अंत में कुणाल ने अपने साथियों के साथ मिलकर दिन दहाड़े बेरहमी से उसकी हत्या कर दी। अपराधी कुणाल ने मई 2015 में चकिया प्रखंड की कुंवरपुर पंचायत के मुखिया वीरेंद्र ठाकुर की हत्या की और उसके बाद जनवरी 2017 में उनके बेटे राजकुमार को भी मौत के घाट उतार दिया। कांग्रेस नेता मुनमुन जायसवाल के बेटे छोटू जायसवाल के भी मर्डर में शामिल था।

दहशत फैलाकर मांगी रंगदारी

लगातार हत्याओं के बाद कुणाल रंगदारी मांगने लगा और रंगदारी ने मिलने पर उन पर एके-47 से हमला कर देता था। 2017 में उसने ताबड़तोड़ रंगदारी की वारदात को अंजाम दिया। उसने जुलाई 2017 को रक्सौल स्थित कैंब्रिज पब्लिक स्कूल के संचालक सतीश गिरी को रंगदारी के लिए धमकाया। पैसा नहीं मिला तो स्कूल पर ही एके-47 से गोली बरसाई, तीन लोग जख्मी हुए थे। रंगदारी मांगने का उसका यह सिलसिला जारी रहा।

पुलिस रिकार्ड में कुख्यात अपराधी की करतूतें दर्ज

पुलिस रिकार्ड के आंकड़ों में इस कुख्यात अपराधी की करतूतें दर्ज हैं। उसने मई 2017 को सीमेंट-छड़ व्यापारी हरिशंकर सिंह से दस लाख, जुलाई, 2017 को डॉ. टीपी सिंह से दस लाख और डॉ. चंद्रांशु से पांच लाख की रंगदारी मांगी थी। बहरहाल, पुलिस छह साल से इस कुख्यात अपराधी को तलाश रही थी। पुलिस को सूचना मिली थी कि कुणाल बुधवार को गांव आ रहा है और पुलिस ने अपराधी को उसके घर से गिरफ्तार कर एके-47 जब्त कर ली।

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