बिहार की गठबंधन सरकार लगातार विपक्ष के निशाने पर रहती है। अब उनकी एक विधायक ने भी भ्रष्टाचार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और धरने पर बैठ गई हैं। उन्होंने जन वितरण प्रणाली में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है।
नवादा। बिहार की गठबंधन सरकार लगातार विपक्ष के निशाने पर रहती है। अब उनकी एक विधायक ने भी भ्रष्टाचार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और धरने पर बैठ गई हैं। उन्होंने जन वितरण प्रणाली में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि जब तक उन्हें कार्रवाई का आश्वासन नहीं मिलता है। तब तक धरना जारी रहेगा।
प्रशासन पर लगाएं भ्रष्टाचार के आरोप
राजद की नवादा से विधायिक विभा देवी ने प्रशासन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कहा है कि गरीबों को जनवितरण प्रणाली से मिलने वाला अनाज सही तरीके से नहीं मिल रहा है। उन्होंने उसकी शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों से भी की, जांच की मांग की पर जांच नहीं की गई। अधिकारियों की तरफ से रिस्पांस नहीं मिलने की वजह से वह नाराज हो गईं और अपने समर्थकों के साथ समाहरणालय के गेठ पर धरने पर बैठ गईं।
बैठक में सही रिस्पांस न मिलने से नाराज
जानकारी के अनुसार, अनुसूचित जाति जनजाति समस्या निवारण की एक बैठक में विधायक ने अधिकारियों से कुछ सवाल किए। अनाज वितरण के समय सही वजन न करने और अनाज की क्वालिटी पर सवाल उठाए गए। पर उनकी तरफ से संतोषजनक उत्तर नहीं आया। इससे वह नाराज हो गईं। उनके समर्थकों का कहना है कि यदि इस प्रकरण में जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो आंदोलन किया जाएगा पर भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। विधायक के धरने पर बैठने की सियासी गलियारों में चर्चा भी है। कहा जा रहा है कि सत्ताधारी दल के विधायक को अपनी ही सरकार में धरने पर बैठना पड़ा।
अक्सर लगते रहते हैं आरोप
आपको बता दें कि राज्य में जनवितरण प्रणाली के जरिए गरीबों को अनाज दिया जाता है। उसमें गड़बड़ी की शिकायतें अक्सर खाद्य एवं आपूर्ति विभाग को मिलती रहती हैं। अनाज का वजन कम तौलने या अनाज का ज्यादा पैसा वसूलन का आरोप भी लगता रहा है। अब विधायक ने यही आरोप लगाए हैंं।