पटना में ठेकेदार की हत्या। एक तरफ जहां बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दावा करते हैं कि राज्य में लॉ एंड ऑर्डर तंदरुस्त है। वहीं दूसरी तरफ अपराधी सुरक्षा व्यवस्था को धत्ता साबित कर रहे हैं। राजधानी पटना में एक बार फिर अपराधियों ने पुलिस प्रशासन को खुली चुनौती देते हुए रविवार को रानी घाट के पास दिनदहाड़े एक ठेकेदार को गोली मारकर मौत के नींद सुला दिया।
बेखौफ अपराधियों ने शंकर वर्मा नामक ठेकेदार को बड़ी ही बेरहमी से गोलियों से भून डाला। हैरानी की बात ये रही कि घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार भी हो गए। वहीं सारी वारदात घटनास्थल के पास लगे सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हो गई, जिसमें साफ तौर पर 4 लोगों को मर्डर करने के बाद भागते हुए रिकॉर्ड किया गया है। मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
मृतक ठेकेदार का भी क्रिमीनल रिकॉर्ड
रिपोर्ट के मुताबिक मृतक ठेकेदार शंकर वर्मा का भी क्रिमीनल रिकॉर्ड रहा है। इस संबंध में शहर के अलग-अलग थाने में कम से कम 18 मामले दर्ज हैं। घटना पर एएसपी शरथ आरएस कहते हैं-"शुरुआती जांच में पता चला है कि आपसी रंजिश की वजह से हत्या को अंजाम दिया गया है। फिलहाल पुलिस महकमा जांच में जुट गया है।"
पटना में 5 दिनों 4 हत्या
मृतक के मां ने घटना के बाद जानकारी दी कि मेरे बेटे का असली नाम शंकर प्रसाद था। लेकिन परिचित उन्हें शंकर वर्मा पुकारते थे। वो आज सुबह रानी घाट के पास खड़ा था। तभी 4 लोग आए और गोली मार दी। मामले को लेकर स्थानीय लोगों को कहना है कि आज कल गुडों के हौसले सातवें आसमान पर है। यही नतीजा है कि बीते 5 दिन में ये चौथ मर्डर है।
बता दें कि 13 अगस्त को आलमगंज थाना क्षेत्र में बीजेपी नेता को मार दिया गया था। इसके बाद 15 अगस्त की शाम सुल्तानगंज थाना क्षेत्र में 22 वर्षीय युवक राजू को मौत के घाट उतार दिया गया था। वहीं 16 अगस्त को दानापुर के सगुना मोड़ पर सीतामढ़ी के रहने वाले रामजी राय की हत्या कर दी गई थी।
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