
Patna News : पटना के पारस अस्पताल में 17 जुलाई सुबह 7 बजे हुए चंदन मिश्रा हत्याकांड ने एक बार फिर बता दिया है कि ये बिहार है, जहां दिनदहाड़े मर्डर कर दिए जाते हैं। यहां घर से लेकर अस्पताल तक में हत्या होना कोई बड़ी बात नहीं है। अब पुलिस ने इस मामले में पश्चिम बंगाल से गोली मारने वाले आरोपियों को गिरफ्तार किया है। हालांकि अभी इनकी संख्या के बारे में पुलिस ने जानकारी नहीं दी है। इन हत्यारों में से एक आरोपी है तौशीफ बादशाह, जिसने हत्या करने से पहले हॉस्पिटल की रैकी की थी, जो सीसीटीवी में सबसे आखिरी में टहलते हुए दिखाई दे रहा है।
चंदन मिश्रा मर्डर केस बिहार का सबसे खौफनाक हत्याकांड है, जिसे अपराधी महज 30 सेंकड के अंदर अंजाम देकर मौके से फरार हो जाते हैं। पांच आरोपी दनादन अस्पताल में एंट्री करते हैं और आईसीयू में जाकर चंदन मिश्रा को गोली मारकर भाग जाते हैं। इस मर्डर केस ने पटना से लेकर दिल्ली तक हडकंप मचा दिया है। वहीं विपक्षी पार्टियां नीतीश सरकार पर राज्य में गुंडागर्दी का आरोप लगा रहे हैं। वहीं पुलिस ने छापेमारी कर आरोपियों को पकड़ लिया है। एडीजी (मुख्यालय) कुंदन कृष्णन ने शुक्रवार को था कि चंदन की हत्या शेरू सिंह के गुर्गों के द्वारा की गई है। शेरू शातिर बदमाश है, जो फिलहाल जेल में बंद है।
तौसीफ बादशाह बिहार का नामी अपराधी है, उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट का एक मामला दर्ज है। वह पटना के फुलवारी शरीफ इलाके का रहने वाला है। उसकी पढ़ाई मिशनरी स्कूल से हुई है। तौसीफ की तस्वीर चिराग पासवान के चाचा और पूर्व मंत्री पशुपतिनाथ पासवान के साथ भी सामने आई हैं। हालांकि इसके पीछे कितनी सच्चाई है इसकी पुष्टि एशिया नेट न्यूज नहीं करता है। फिलहाल इस बात की जांच की जा रही है कि क्या तौसीफ पटना सहित प्रदेश के अन्य कुख्यात अपराधी को लिए शूटर व्यवस्था किया करता था।या फिर खुद सुपारी लेकर उसकी हत्या किया करता था। क्योंकि चंदन मिश्रा हत्याकांड में तौसीफ एक अहम किरदार है।
बताया जाता है कि तौसीफ बदशाह के रिश्तेदार कुछ दिन पहले पटना के परस अस्पताल में भर्ती थी, इसिलए वह उनसे मिलने के लिए यहां आया जाया करता था। इस दौरान उसने हॉस्पिटल के सारे सीक्रेट या जानकारी जुटा ली थी। कब और कहां सुरक्षा होती है, डॉक्टर से लेकर अटेंडर तक का आने-जाने का क्या समय है। इसलिए उसे चंदन मिश्रा की रैकी करने में आसानी हुई, उसके ही बताई रैकी पर ही चंदन मिश्रा की हत्या की गई।
बिहार पुलिस ने बताया कि शेरू और चंदन दोनों बिहार के नामी बदमाश हैं, दोनों मिलकर पहले अपराध करते थे। शेरू गैंग बक्सर में साल 2011 में आतंक का पर्याय था। जिसमें चंदन एक सदस्य था। लेकिन बीते कुछ साल पहले इन दोनों के बीच एक हत्या के बाद विवाद हो गया था। इसके बाद दोनों अलग-अलग गैंग चलाने लगे थे। इसके बाद दोनों में दुशमनी हो गई थी। शेरू सिंह फिलहाल पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जेल में बंद हैं। वहीं चंदन इलाज के लिए जेल से बाहर आया था, जो पटना के पारस अस्पताल में भर्ती था, इसी दौरान तौसीफ ने पूरी रैकी की और उसकी हत्या करवा दी।
तौसीफ बदशाह के अलावा दूसरा हत्यारोपी आकिब मालिक, तीसरा सोनू, चौथा कालू उर्फ मुस्तकीम और पांचवां भिंडी उर्फ बलवंत सिंह है। तौसीफ और आकिब मालिक फुलवारी शरीफ वाले हैं, जबकि बलवंत बक्सर का रहने वाला है। बाकी की पहचान की जा रही है। वहीं इस हत्याकांड का मुख्य मास्टरमाइंड शेरू सिंह है जो बंगाल की जेल में बंद है। बता दें कि इन पांचों ने पटना के पारस अस्पताल में घुसकर कुख्यात अपराधी चंदन मिश्रा कीगोली मारकर हत्या कर दी थी। पाचों शूटर अस्पताल के भीतर दाखिल हुए थे और ताबड़तोड़ गोलियां दागी थीं। इसका सीसीटीवी भी सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर वायरल है।
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