
Bihar News : बिहार में विधानसभा चुनाव की वोटिंग में महज एक सप्ताह ही बचा है, लेकिन इसी बीच मोकामा के आरजेडी कैंडिडेट दुलार चंद यादव की हत्या के केस में शनिवार रात जेडीयू प्रत्याशी और बिहार के बाहुबली नेता और पूर्व विधायक अनंत कुमार सिंह की गिरफ्तारी से हड़कंम मच गया है। अनंत सिंह को अरेस्ट करने वाले पटना कलेक्टर और एसएसपी की चर्चा पूरे बिहार में हो रही है। आइए जानते हैं कौन हैं यह दोनों आईएएस और आईपीएस अफसर...
त्यागराजन एमएस 2011 बैच के बिहार कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। वह मूलरूप से तमिलनाडु में कोयंबटूर के रहने वाले हैं। त्यागराजन ने डॉक्टर बनने के बाद आईएएस बने हैं। उन्होंने साल 2008 में पहले कोयंबटूर मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने सिविल सेवा में करियर बनाने का फैसला करते हुए यूपीएसएसी की तैयारी शुरू की। पहले वह 2010 में आईपीएस और फिर 2011 में आईएएस बने। ट्रेनिंग के बाद पहला प्रशासनिक सफर बिहार के पूर्णिया जिले से शुरू हुआ था। इसके बाद उन्होंने पटना, बिहार शरीफ, नालंदा आदि जिले में डीएम रहे। अब फिलहाल पटना के कलेक्टर के तौर पर सेवा दे रहे हैं। त्यागराजन को सख्त फैसले और ईमानदार अफसर के रूप में जाना जाता है।
बिहार के बाहुबली नेता अनंत कुमार सिंह की गिरफ्तारी में सबसे बड़ा रोल एसएसपी कार्तिकेय शर्मा का है। वर्तमान में कार्तिकेय शर्मा पटना के एसएसपी के रूप में तैनात हैं। जो कि 2014 बैच के बिहार कैडर के आईपीएस हैं। वह मूल झारखंड के रहने वाले हैं। वह भी आईपीएस बनने से पहले दूसरी फील्ड में थे। उन्होंने बीटेक और पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन मैनेजमेंट का कोर्स किया। लेकिन बाद में पुलिस में नौकरी करने का फैसला करते हुए यूपीएससी क्लियर किया। उन्होंने बिहार के कई नामी क्रिमिनल को अरेस्ट कर अपराधों को कम किया है। वह जून 2025 में पटना के SSP (वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक) बने। इससे पहले वो पूर्णिया जिले में SSP के रूप में रहे चुके हैं।
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