पटना में आयोजित महाबैठक खत्म हो गई है। विपक्षी दलों की इस बैठक में 25 से ज्यादा नेताओं ने हिस्सा लिया। जिसमें कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल हुए। मीटिंग में साल 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खिलाफ एकजुट होकर मैदान में उतरने पर मंथन किया गया।
पटना (बिहार). पटना में आयोजित 15 विपक्षी दलों की महाबैठक खत्म हो गई है। करीब ढाई घंटे चली इस मीटिंग के बाद सभी दलों के नेताओं ने एक साथ संयुक्त विपक्षी दलों की प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई। इस बैठक में 6 राज्यों के सीएम और 5 राज्यों के पूर्व सीएम शामिल हुए थे। बता दें कि इस बैठक का मुख्य एजेंडा था साल 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खिलाफ एकजुट होकर मैदान में उतरना रहा।
विपक्षी दलों की अब अगली मीटिंग हिमाचल में होगी
मीटिंग करने के बाद सभी राजनीतिक दलों के नेताओं ने एक साथ बैठक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की। विपक्ष एकजुट करने के लिए बुलाई बैठक करने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मीडिया के सामने आपनी बात रखी। नीतीश ने कहा- इस मीटिंग में एक साथ चुनाव लड़ने की सहमति बन गई है। जल्द ही अगली मीटिंग हिमाचल में की जाएगी। जिसमें विपक्षी दल की मीटिंग का अंतिम रूप दिया जाएगा।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा-अगली मीटिंग 12 जुलाई को शिमला में...
नीतीश कुमार के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि सभी दलों में सहमति बन गई है। इसे अंतिम रूप देने के लिए विपक्षी दलों की अगली मीटिंग 12 जुलाई को बुलाई है। यह मीटिंग शिमला में होगी।
राहुल गांधी ने कहा- हमें कुछ सीटें छोड़नी होंगी तो छोडेंगे
वहीं प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि हम सब एक साथ खड़े हैं। सीट बंटवारे के मुद्दे पर हम त्याग करने को तैयार हैं। सभी पार्टी में थोड़े-थोड़े डिफ्रेंसेज है, लेकिन एक साथ काम करेंगे। देश बचाने के लिए हमें अहम फैसले लेने होंगे। हमें कुछ सीटें छोड़नी होंगी तो वह भी करेंगे।
ममता बनर्जी ने कहा-दिल्ली में जो कभी निष्कर्ष नहीं निकला, वो पटना में हुआ
प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए ममता बनर्जी ने कहा-आज की मीटिंग सफल हुई, इसका पूरा श्रेय नीतीश कुमार को जाता है। उन्होंने बहुत अच्छे तरीके से मीटिंग का आयोजन किया। हम लोगों ने मीटिंग के लिए पटना इसलिए चुना, क्योंकि पटना से ही जनआंदोलन शुरू होता है। दिल्ली में कई बार मीटिंग हुई, लेकिन उसका कोई निष्कर्ष नहीं निकला। इस बैठक में तीन चीजें क्लियर हुई हैं। पहला हम एक साथ लड़ेंगे, दूसरा, हम अब सब एक हैं। तीसरा । तीसरी जो भी पॉलिटिकल एजेंडा बीजेपी लाए, हमलोग साथ मिलकर उसका विरोध करेंगे। अगली मीटिंग सब पार्टियों की एक और जल्द की जाएगी।
बिहार महाबैठक में 15 पार्टियों के 22 से ज्यादा नेता शामिल
बता दें कि नीतीश कुमार के राज्य बिहार में करीब 15 पार्टियों के नेता शामिल होने के लिए पटना पहुंचे हैं। जिसमें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी की नेता ममता बनर्जी, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और डीएमके के नेता एम के स्टालिन, जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के उमर अब्दुल्ला, सपा के अखिलेश यादव, बिहार से JDU से नीतीश कुमार और RJD के तेजस्वी यादव और लालू यादव। JMM के हेमंत सोरेन, शिवसेना के उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे, कांग्रेस से मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी शमिल हैं।