शराबबंदी वाले बिहार(dry Bihar) में जहरीली शराब पीने का मामला आपको याद तो होगा? इसी बिहार में अब परिवार के परिवार शराब माफिया के लिए काम कर रहे हैं। पुलिस ने सास-बहू के पकड़ा है, जो शराब बेच रही थीं।
मुजफ्फरपुर. शराबबंदी वाले बिहार(dry Bihar) में जहरीली शराब पीने का मामला आपको याद तो होगा? दिसंबर, 2022 में सारण जिले में हुई त्रासदी में 40 से अधिक लोगों की मौत के बाद जबर्दस्त हंगामा मचा था। विधानसभा में सवाल पूछने पर सुशासन बाबू से प्रसिद्ध मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुस्सा तक हो गए थे। उन्होंने दो टूक कहा था कि जो नकली शराब पीएगा, वो मरेगा ही! इसी बिहार में अब परिवार के परिवार शराब माफिया के लिए काम कर रहे हैं। पुलिस ने सास-बहू के पकड़ा है, जो शराब बेच रही थीं।
1. मुजफ्फरपुर में पुलिस ने सास-बहू समेत 8 लोगों के 1. खिलाफ FIR दर्ज की है। ये लोग शराबबंदी वाले बिहार में धड़ल्ले से शराब बेच रहे थे। गिरफ्तार सास निर्मला सिन्हा और उनकी बहू अनीता देवी को मिठनपुरा पुलिस ने कोट्र में पेश करके जेल पहुंचा दिया है
2. सास-बहू जिन लोगों के साथ मिलकर शराब बेचती थीं, उनमें-सकरा के शराब माफिया बलिंद्र साह, मिठनपुरा के कन्हौली मठ के अनिल पटेल, खादी भंडार रोड के राजेश माली उर्फ राजेश भंडारी और नगर थाना के सिद्दिकी लेन के राजन उर्फ प्रदीप उर्फ राजा भी शामिल हैं।
3. हैरानी की बात यह है कि शराब बेचने में सास-बहू ही नहीं, उनका पूरा परिवार शामिल था। इस मामले में पुलिस ने नीलम सिन्हा के दो बेटों छोटू व बिट्टू को भी आरोपी बनाया है।
4.पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि बावन बीघा स्थित रोड नंबर 14 के एक मकान में भारी मात्रा में शराब जमा करके रखी गई है। इसके बाद पुलिस ने जाल बिछाया और दारोगा पंकज यादव के नेतृत्व में दबिश दी।
5.पुलिस ने छापा मारकर घर से 70 कार्टन विदेशी शराब बरामद की है। पुलिस के मुताबिक यह शराब जिस माफिया के जरिये पहुंची थी, वो पहले भी जेल जा चुका है।
6.मिठनपुरा थानाध्यक्ष श्रीकांत प्रसाद सिन्हा के मुताबिक, इस मामले में कई शराब कारोबारियों के नामों का खुलासा हुआ है। उनकी भी जल्द गिरफ्तारी हो जाएगी।
7.डीएसपी टाउन राघव दयाल के मुताबिक, पुलिस पता कर रही है कि शराब की खेप कहां से आई थी और इस सिंडिकेट में कौन-कौन शामिल हैं
8. जैसे पुलिस सास-बहू को पकड़कर ले जाने लगी, मोहल्ले के लोग हैरान रह गए। उन्हें अंदाजा भी नहीं था कि जिन्हें वो अच्छी महिला समझते थे, वे शराब बेचती थीं।
9.बता दें कि अप्रैल, 2016 में नीतीश कुमार सरकार ने बिहार में शराब की बिक्री और खपत पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया था। बावजूद यहां अवैध शराब बिक रही है।
10. सारण में जहरीली शराब पीने से हुईं मौतों ने बिहार में शराब बंदी पर सवाल उठा दिए थे। इस मामले को लेकर विधानसभा में जबर्दस्त हंगामा हुआ था। क्लिक करके पढ़ें पूरी डिटेल्स
शिवराज सिंह चौहान ने 12 मार्च को कहा कि मध्य प्रदेश में चल रहे सभी 'आहत' (खुले बार या शराब के ठेके) 1 अप्रैल से बंद हो जाएंगे। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा, "मध्य प्रदेश के सभी आहाते एक अप्रैल से बंद हो जाएंगे. जिसे भी शराब पीनी हो वह अपने घर ले जाए।"
सीएम शिवराज सिंह चौहान श्योपुर मेडिकल कॉलेज के शिलान्यास कार्यक्रम में बोल रहे थे। फरवरी में मध्य प्रदेश मंत्रिमंडल ने शराब की खपत को कम करने और हतोत्साहित करने के लिए राज्य में सभी 'अहातों' को बंद करने का फैसला किया। इससे पहले, राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा, "कैबिनेट ने राज्य में संचालित सभी (ओपन-एयर) बार को बंद करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। अब, शराब केवल शराब की दुकानों पर काउंटर पर खरीदी और बेची जा सकती है।"
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