बिहार में पाटलीपुत्र में पीएम मोदी ने शनिवार को सभा के दौरान कहा था कि इंडी गठबंधन को अपने वोट बैंक वालों के सामने मुजरा करना है तो करें, वे धर्म के नाम पर आरक्षण नहीं देंगे। पीएम के इस 'मुजरा' शब्द इस्तेमाल करने पर तेजस्वी यादव ने आपत्ति जताई है।
पटना। बिहार में पीएम मोदी ने शनिवार को जनसभा की थी। इस दौरान पाटलीपुत्र में सभा के दौरान अपने भाषण ने इंडी गठबंधन पर जमकर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि इंडिया गठबंधन को अपने वोट बैंक के सामने मुजरा करना हो तो करें वे एससी एसटी ओबीसी के साथ खड़े रहेंगे। पीएम के मुजरा वाले बयान पर अब बवाल खड़ा हो गया है। आरजेडी के नेता ने पीएम मोदी के मुजरा शब्द इस्तेमाल करने पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा है कि सभा में पीएम मोदी जिस तरह की भाषा का प्रय़ोग कर रहे हैं वह देश के प्रधानमंत्री के मुंह से शोभा नहीं देती है।
तेजस्वी यादव ने कहा- क्या ये देश के प्रधानमंत्री की लैंग्वेज है
राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने कहा है कि पीएम मोदी ने कहा है कि इंडी गठबंधन अपने वोट बैंक की गुलामी करना चाहे तो करे, उनके सामने मुजरा करना चाहे तो करें वे एससी एसटी ओबीसी के साथ हैं। पीएम मोदी मुझे बताएं कि क्या प्रधानमंत्री के पद पर रहते हुए आपकी अपने भाषणों में इस तरह की भाषा का प्रयोग करना उचित है। मुजरा करना जैसी निम्न स्तर की बातें करना क्या किसी प्रधानमंत्री को शोभा देता है।
तेजस्वी ने पीएम को पत्र लिखकर मांगा जवाब
तेजस्वी यादव ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर कहा है कि ‘आप बिहार आए और अपने भाषण में कई सारी आधारहीन और गलत बातें कहीं जैसा कि आप करते हैं, लेकिन अपने भाषण के दौरान इंडी गठबंधन पर बयानबाजी के दौरान आपने ’मुजरा' करना जैसे शब्द का प्रयोग किया, क्या ये भारत जैसे देश के प्रधानमंत्री को शोभा देता है। आपने भारत के प्रधानमंत्री पद की गरिमा का भी ध्यान नहीं रखा। इस बात के लिए आपको देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए।
पीएम मोदी का वीडियो