
अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले से एक दर्दनाक घटना सामने आई है। एक पांच साल की मासूम बच्ची को 8 कुत्ते-आधे घंटे तक नोचते-घसीटते रहे। नतीजतन उसकी मौत हो गई। बच्ची पर जब कुत्तों ने हमला किया, उस वक्त वह बिस्किट लेने के लिए घर से निकली थी। इसके पहले कि वह दुकान पर जाकर बिस्किट खरीद पाती। बीच रास्ते में ही कुत्तों ने उसे अपना शिकार बना लिया। बताया जा रहा है कि बच्ची के माता-पिता मजदूर हैं और ईंट भट्ठे पर काम करते हैं।
कोई नहीं सुन सका मासूम की चीख-पुकार
दरअसल, यह घटना अजय मांझी की 5 साल की मासूम बेटी के साथ शुक्रवार को घटी। वह घर से बिस्किट खरीदने के लिए निकलकर दुकान की तरफ जा रही थी। वह घर से थोड़ी दूर तक ही गई थी कि रास्ते में लगभग 8 कुत्तों के झुंड ने उस पर हमला कर दिया। कुत्तों ने बच्ची के उपर जिस जगह हमला किया था। वह एक खेत के पास है और घर से दूर है। इसी वजह से कोई भी मासूम की चीख-पुकार नहीं सुन सका। वहां से गुजर रहे कुछ लोगों की नजर पड़ी, तब उन लोगों ने डंडा लेकर कुत्तों को खदेड़ा। इलाज के लिए मासूम को तुरंत अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस घटना के बाद इलाके के लोगों में भी खौफ है।
भूख लगी थी, इसीलिए बिस्कुट खरीदने निकली
पुलिस का कहना है कि बच्ची को सुबह भूख लगी थी, इसीलिए वह बिस्कुट खरीदने के लिए दुकान की तरफ निकली। कुत्तों ने बीच रास्तें में उस पर हमला किया। बच्ची के माता-पिता श्रमिक हैं। बच्ची के शव को पोस्टमार्टम के बाद माता-पिता को दे दिया गया। घटना के समय मौके से कुत्ते भगाने वाले लोगों का कहना है कि उन्होंने कुत्तों को बच्ची पर हमला करते हुए दूर से देखा।
बच्ची जब भी उठने की कोशिश करती, कुत्ते उसे गिरा देते
बच्ची जब भी उठने का प्रयास करती थी, कुत्ते उसके उपर हमला कर देते और उसे नीचे गिरा देते थे। जब तक उन लोगों ने लाठी डंडा लेकर कुत्तों को वहां से भगाया, तब तक कुत्ते मासूम को बुरी तरह काट चुके थे। कुत्ते लगातार बच्ची को नोचते रहे, सड़क पर घसीटा भी। चिकित्सकों का कहना है कि बच्ची के शरीर पर कुत्तों के काटने के कई निशान पाए गए हैं।
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