छत्तीसगढ के दुर्ग जिले में युवाओं का एक गिरोह ताबड़तोड़ चेन स्नेचिंग की वारदात को अंजाम दे रहा था। जब पुलिस ने उन पर शिकंजा कसा तो गिरोह की कलई खुल गई। यह जानकर पुलिस वाले भी हतप्रभ रह गए कि चेन स्नेचिंग की असल वजह क्या थी।
दुर्ग। छत्तीसगढ के दुर्ग जिले में युवाओं का एक गिरोह ताबड़तोड़ चेन स्नेचिंग की वारदात को अंजाम दे रहा था। जब पुलिस ने उन पर शिकंजा कसा तो गिरोह की कलई खुल गई। यह जानकर पुलिस वाले भी हतप्रभ रह गए कि चेन स्नेचिंग की असल वजह क्या थी। आखिर क्यों युवाओं का गिरोह चेन स्नेचिंग की वारदात को अंजाम देकर इलाके में असुरक्षा का माहौल फैलाए हुए था।
आनलाइन सट्टा ऐप में रुपये गंवाने के बाद चुनी अपराध की राह
पुलिस ने पांच चेन स्नैचरों को धर दबोचा। उन्होंने पूछताछ में पुलिस के सामने जो राज खोले। वह हैरान करने वाले थे, सुनकर आप भी चौंक जाएंगे। उन्होंने बताया कि वह लोग ऑनलाइन सट्टा ऐप खेलते थे। उस खेल में वह बुरी तरह हारे। जिसमें उन पर 4.50 लाख का कर्जा हो गया। उसे चुकाने के लिए उन लोगों ने अपराध की राह चुनी। महादेव ऑनलाइन सट्टा ऐप इन दिनों सिर्फ राज्य में ही नहीं बल्कि देश भर में चल रहा है। ऐप का संचालक भी दुर्ग जिले का ही निवासी है। वह दुबई से इस गोरखधंधे का कारोबार ऑपरेट करता है।
यूटयूब देखकर सीखा क्राइम करने का तरीका
अब सवाल उठता है कि आखिरकार उनके मन में चेन स्नेचिंग का ख्याल आया कहां से। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने चेन स्नेचिंग करने का तरीका यूटयूब पर ढूंढ़ा और वीडियो देखकर क्राइम करने का तरीका सीखा। उसी के आधार पर यह अपराधी सड़क से गुजर रही किसी महिला के गले से पल भर में चेन उड़ा कर फरार हो जाते थे और ज्वेलर्स के पास बेच देते थे।
नाबालिग समेत पांच अरेस्ट
पुलिस ने एक नाबालिग समेत पांच आरोपियों को अरेस्ट किया है। पांचों मिलकर योजनाबद्ध तरीके से चेन स्नेचिंग की वारदात को अंजाम देते थे। उनके पास से 7 नग सोने की चेन और बाइक भी बरामद किया गया है। अपराधी इसी बाइक का इस्तेमाल अपराध के लिए करते थे।