दिल्ली विधानसभा चुनाव जल्दी शुरू होने जा रहे हैं। उससे पहले आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने लोगों की किस्मत खोलने के लिए कई सारी योजनाओं का ऐलान किया है, जिसके जरिए क्या वो सेट कर पाएगी जीत का एजेंडा।
दिल्ली विधानसभा चुनाव जल्दी होने जा रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस, आप और बीजेपी पार्टियां लगातार लोगों को लुभाने का काम कर रही है। चुनाव जीत जाए उसके लिए आम आदमा पार्टी की तरफ से कई सारे बड़े वादे लोगों के बीच किए जा रहे हैं। अरविंद केजरीवाल बच्चों से लेकर बुजुर्ग और ऑटोवालों से लेकर महिला तक को ध्यान में रखकर नई स्कीम लेती हुई आई है। आइए जानते हैं कि किस तरह से अपने वादों और स्कीमों के जरिए आप पार्टी लोगों के बीच छाने वाली है।
ऑटो ड्राइवर्स के बीच अपनी जोड़ों को मजबूत करने के लिए उन्होंने कई तरह के वादे किए। ऑटो चालकों की बेटियों की शादी के लिए 1 लाख रुपये की सहायता की घोषणा का ऐलान किया। साथ ही वर्दी बनाने के लिए दो 2,500 का भत्ता देने की अनाउंसमेंट की। साथ ही उनके बच्चों के लिए नि:शुल्क कोचिंग उपलब्ध करने वाली घोषणा की। साथ ही 10 लाख रुपये की बीमा पॉलिसी दिन जाने की भी बात रखी है। ये सारी सुविधा उनके मिल पाए इसके लिए पूछो ऐप को लाया जाने वाला है।
महिलाओं को खुद के साथ जोड़ने के लिए एक बड़ा दांव अरविंद केजरीवाल ने की पार्टी ने खेला है। आप सरकार ने महिलाओं को 1 हजार रुपये प्रतिमाह देने की घोषणा की है। साथ ही इस बात का ऐलान किया है कि यदि आप की चौथी बार सरकार बनी दो महिलाओं को हर महीने 2,100 रुपये दिए जाएंगे। 18 से 60 साल की आयु की महिलाओं को ये सुविधा दी जाने वाली है। आप सरकार ने निर्भया कांड की बरसी पर महिला अदालत बुलाई। साथ ही उनकी परेशानी भी सुनी।
बुजुर्गों के लिए एक क्रांतिकारी पहल "संजीवनी योजना" की घोषणा की है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस योजना का ऐलान करते हुए कहा कि यह 60 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों को मुफ्त चिकित्सा सुविधा प्रदान करेगी। बुजुर्गों को डॉक्टर की फीस, दवाइयां और जांच शुल्क के लिए कोई खर्च नहीं करना होगा।हर लाभार्थी को एक विशेष कार्ड मिलेगा, जो चिकित्सा सेवाओं का निशुल्क लाभ देगा। इस योजना का लाभ पाने के लिए घर-घर जाकर पंजीकरण किया जा रहा है। 19 नवंबर, 2024 से योजना के लिए पंजीकरण शुरू हो चुका है।
अरविंद केजरीवाल ने आतिशी को दिल्ली का सीएम पद सौंपा। इसके बाद वो खुद पैदल मार्च के लिए निकल गए। उन्होंने सीएम आतिशी को पत्र लिखा और दिल्ली सड़कों को ठीक किए जाने की मांग की। वहीं, उसी वक्त वायु प्रदूषण का मुद्दा भी गहरा गया। केजरीवाल और उनकी सरकार ने तय डेडलाइन तक दोनों चीजों पर शानदार तरीके से काम किया।