CAG रिपोर्ट में हुए चौंकाने वाले खुलासे: अस्पतालों में डॉक्टरों की गैरमौजूदगी, टॉयलेट की कमी, कोरोना काल से हो रही गड़बड़ी

Published : Feb 28, 2025, 12:29 PM IST
cag report

सार

CAG Report: CAG रिपोर्ट में दिल्ली के सरकारी अस्पतालों की बदहाली का खुलासा हुआ है। फंड के कम इस्तेमाल, स्टाफ की कमी और लंबी वेटिंग लिस्ट जैसी कई खामियां सामने आई हैं। 

CAG Report: आज दिल्ली विधानसभा में शुक्रवार दोपहर 2 बजे स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी CAG रिपोर्ट पेश की जाएगी। इस रिपोर्ट में राजधानी की सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाल स्थिति को उजागर किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, केंद्र सरकार द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं के लिए दिए गए फंड को पूरी तरह खर्च नहीं किया गया, जबकि अस्पतालों में बेड और मेडिकल स्टाफ की भारी कमी बनी रही।

CAG रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले खुलासे

बताया जा रहा है कि इस CAG रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं जिससे केजरीवाल सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। विधानसभा में इस मुद्दे पर हंगामा हो सकता है। CAG की ऑडिट रिपोर्ट में दिल्ली सरकार की स्वास्थ्य सेवाओं में कई गंभीर खामियों का खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार, केंद्र सरकार ने कोरोना महामारी के दौरान दिल्ली सरकार को 787 करोड़ रुपये जारी किए थे लेकिन इसमें से केवल 582 करोड़ रुपये ही खर्च हुए। स्वास्थ्यकर्मियों के लिए आवंटित 52 करोड़ रुपये में से महज 30 करोड़ रुपये का ही उपयोग हुआ, जबकि कोरोना की दवाओं और PPE किट के लिए जारी 119 करोड़ रुपये में से सिर्फ 83 करोड़ रुपये ही खर्च किए गए।

स्वास्थ्य विभाग में बड़े पैमाने पर पद खाली

दिल्ली सरकार को 2016 से 2021 के बीच अस्पतालों में 32,000 नए बेड जोड़ने थे, लेकिन केवल 1,357 बेड ही बढ़ाए गए। इस वजह से कई मरीजों को एक ही बेड पर इलाज कराना पड़ा या फिर फर्श पर भर्ती किया गया। सरकार ने सिर्फ 3 नए अस्पताल बनाए या पहले से मौजूद अस्पतालों का बुनियादी ढांचा बढ़ाया जिनकी शुरुआत पिछली सरकारों के कार्यकाल में हुई थी। दिल्ली के सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य विभाग में बड़े पैमाने पर पद खाली हैं, जिससे मरीजों को इलाज मिलने में देरी हो रही है।

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग - 3,268 पद खाली

DGHS (डायरेक्टरेट जनरल ऑफ हेल्थ सर्विसेज) - 1,532 पद खाली

स्टेट हेल्थ मिशन - 1,036 पद खाली

ड्रग कंट्रोल डिपार्टमेंट - 75 पद खाली

इसके अलावा, दिल्ली के प्रमुख अस्पतालों में भी स्टाफ की भारी कमी है:

मौलाना आज़ाद मेडिकल कॉलेज - 503 पद खाली

लोक नायक अस्पताल - 581 पद खाली

राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल (RGSSH) - 579 पद खाली

सर्जरी के लिए लंबा इंतजार

जरूरी सर्जरी और इलाज के लिए मरीजों को महीनों इंतजार करना पड़ रहा है।

लोक नायक अस्पताल - सर्जरी के लिए 2-3 महीने, प्लास्टिक सर्जरी के लिए 6-8 महीने की वेटिंग

CNBC अस्पताल - बच्चों की सर्जरी के लिए 12 महीने की वेटिंग

चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय - करीब 10 अहम उपकरण खराब

मोहल्ला क्लीनिकों की बदहाल स्थिति

दिल्ली सरकार के चर्चित मोहल्ला क्लीनिकों की स्थिति भी बेहद खराब है।

21 क्लीनिकों में शौचालय तक नहीं हैं

15 क्लीनिकों में पावर बैकअप नहीं है

6 क्लीनिकों में मरीजों की जांच के लिए टेबल तक नहीं है

CAT एंबुलेंस बिना जरूरी सुविधाओं के चल रही हैं जिससे आपातकालीन मरीजों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। CAG रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं, जिससे केजरीवाल सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। विधानसभा में इस मुद्दे पर हंगामे के आसार हैं।


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