नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा की चर्चा इस वक्त जोरों-शोरों से चल रही है। आम आदमी पार्टी इस वक्त लोगों का दिल जीतने के लिए नई-नई स्कीम लेकर आ रही है। अब दिल्ली चुनाव से लेकर एक बड़ी जानकारी इस वक्त सामने आई है। दिल्ली दंगों के वक्त आईबी कर्मचारी अंकित शर्मा की हत्या के मामले में आरोपी साबित हुए ताहिर हुसैन की जमानत याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट ने दिल्ली पुलिस से जवाब मांगा है। ताहिर हुसैन को आम आदमी पार्टी से निलंबित किया गया था।
दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी करते हुए न्यायमूर्ति अनूप कुमार मेंदीरता की पीठ ने सुनवाई को स्थगित कर दिया है। दरअसल ताहिर ने परिस्थियों में बदलाव के अभाव में तीन दिसंबर को उनकी जमानत याचिका खारिज करने के तीन दिसंबर के ट्रायल कोर्ट के फैसले को चुनौती देने का काम किया है। अपनी बात में ताहिर हुसैन ने कहा कि इस वक्त केस को लेकर मुकदमा शुरू किया जा चुका है। 114 में से अब तक 20 अभियोजन गवाहों में पूछताछ की जा चुकी है। ताहिर की तरफ से पेश वकील तारा नरुला ने इस बात को रखा कि वह चार साल और नौ महीने से जेल में मौजूद हैं।
वकील तारा ने कहा कि गवाहों की लंबी फेहरिस्त होने के चलते ताहिर को लंबे वक्त तक जेल में रहना पड़ रहा है। यह भी कहा गया कि मुकदमा जल्दी पूरा होने की उम्मीद नहीं है और मामले में सह-अभियुक्तों को हाई कोर्ट से पले ही जमानत मिल चुकी है। वहीं दिल्ली में AIMIM ने भी प्रमोशन करना शुरू कर दिया है। इसी संदर्भ में पार्टी के प्रमुख बैरिस्टर असदुद्दीन ओवैसी ने मुस्तफाबाद सीट से अपने उम्मीदवार और जेल में बंद दिल्ली दंगों के आरोपी ताहिर हुसैन का रैली में जमकर समर्थन किया था। जनसभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा था,' आप उनसे कहना है कि अब हम सोने वाले नहीं हैं, अब हम जाग चुके हैं। तुमने 75 साल से हमको इस झूठी धर्मनिरपेक्षता की अफीम चखा-चखाकर सुलाए रखा, तुमने हमको सुला दिया। लेकिन अब हम जागने वाले हैं, जो लोग हमसे कह रहे हैं कि देखो खामोश हो जाओ, सो जाओ, उनसे कहो कि हमारे बीच एक पागल असद आया है, जो हमारा शेर है और हमको जागने की आदत डाल चुका है। अब जागेंगे और सोएंगे नहीं। अब हम होशमंदी से अपने वोट का इस्तेमाल करेंगे।'