नूंह हिंसा के दौरान मारे गए बजरंग दल के कार्यकर्ता के भाई ने पुलिस को दी शिकायत में पूरी घटना का जिक्र बताया। उसमें बताया गया है कि किस तरह से हमलावर वहां आएं और यह घटना हुई।
नूंह हिंसा में मारे गए बजरंग दल के कार्यकर्ता के भाई ने पुलिस को जो तहरीर दी उसमें बताया गया कि किस तरह से उसके भाई की हत्या हुई। तहरीर में अभिषेक के चचेरे भाई महेश ने बताया है कि, '22 वर्षीय अभिषेक एक निजी बस में पानीपाल से धार्मिक जुलूस जलाभिषेक ब्रज मंडल यात्रा मेवात दर्श में भाग लेने के लिए नूंह आया था। दोपहर करीब डेढ़ बजे जब यात्रा मंदिर से निकलने वाली थी तो प्रशासन ने उन्हें रोक दिया। शाम करीब 5:30 बजे योजनाबद्ध तरीके से 800-900 दंगाई अल्लाह-हू-अकबर के नारे लगाते हुए मंदिर की ओर बढ़े। उन्होंने श्रद्धालुओं पर जान से मारने के लिए ईंट-पत्थर बरसाना शुरू कर दिया। उन्होंने उन पर गोलियां भी चलाईं। महेश और उसका भाई अभिषेक एक तरफ खड़े थे, तभी 8-10 दंगाई ने उन पर गोलियां चलानी शुरू कर दीं। जुनैद, अल्ताफ,अमीन और इनाम मंदिर परिसर से शूटिंग कर रहे थे। ये कहते सुने गए कि जो भी रेंज में आए उसे गोली मार दो।'