हरियाणा में 2017 के सनसनीखेज 'सिमरन हत्याकांड' अपनी Love Story को सक्सेस करने किसी और की जान लेने वाली प्रेमिका को अब जिंदगीभर जेल की सलाखों के पीछे रहना होगा। आरोपी लड़की ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपनी कद-काठी वाली एक लड़की को मार डाला था।
पानीपत. हरियाणा में 2017 के सनसनीखेज 'सिमरन हत्याकांड' अपनी Love Story को सक्सेस करने किसी और की जान लेने वाली प्रेमिका को अब जिंदगीभर जेल की सलाखों के पीछे रहना होगा। आरोपी लड़की ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपनी कद-काठी वाली एक लड़की को मार डाला था। उनका इरादा एक ऐसी ही लड़के का मर्डर करने का था, ताकि लोगों को लगे कि उन्हें(प्रेमी कपल) को किसी ने मार दिया है। इसके बाद वे मजे से कहीं दूसरी जगह जाकर रह सकें। (लेफ्ट से आरोपी ज्योति-ऊपर कृष्ण और सिमरन)
मृतक के परिजनों की तरफ से पैरवी कर रहे सीनियर एडवोकेट मोहम्मद आजम के मुताबिक ADJ गगनदीप मित्तल की कोर्ट ने आरोपी लड़की पर 70 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया है। मामले की सुनवाई 5 साल चली। 29 मार्च को इस पर फैसला आया। यह हत्या 5 सितंबर 2017 को हुई थी।
हुआ यूं था कि कृष्ण(प्रेमी, जो मर चुका है) SD कॉलेज का BA तृतीय वर्ष का छात्र और NSS (राष्ट्रीय सेवा योजना) का इंचार्ज था। आर्य कॉलेज की BA तृतीय वर्ष की छात्रा से उसका प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों घर से भागना चाहते थे। लेकिन उनकी मंशा थी कि परिजन उन्हें मरा जानें। लिहाजा दोनों ने साजिश रची। वे अपने से मिलते-जुलते शक्ल और कद-काठी के छात्र छात्राओं की तलाश करने लगे, ताकि उन्हें मारकर यह प्रचारित कर सकें कि प्रेमी कपल को किसी ने मार दिया।
5 सितंबर 2017 को कृष्ण ने अपने ही कॉलेज की बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा और अपनी प्रेमिका ज्योति की सहेली सिमरन(20) को GT रोड पर गोशाला मंदिर के कमरे में एक नाटक की रिहर्सल के बहाने बुलाया। इसी दौरान प्रेमी कपल ने BSC तृतीय वर्ष के छात्र व गढ़ी छाजू निवासी मंजीत को भी कैंप के बहाने उसी जगह पर बुलाया। कहा गया कि वहां मिलिट्री के आफिसर भी आएंगे। लेकिन संयोग से मंजीत री-अपीयर का फार्म भरने की बात कहकर कॉलेज वापस चला गया। जब दूसरी बार जब वो लौटा, तो गोशाला का कमरा बंद था। तब तक सिमरन की हत्या की जा चुकी थी।
कृष्ण की प्रेमिका ज्योति ने सिमरन को नशीली कोल्ड ड्रिंक पिला दी। इसके बाद कृष्ण के साथ मिलकर उसका गला दबा दिया। सिमरन की हत्या के बाद आरोपियों ने उसके कपड़े बदले और फिर तेजाब डालकर बुरी तरह जला दिया। पुलिस को गुमराह करने आरोपियों ने घटनास्थल पर ज्योति ने अपने कॉलेज का आई कार्ड और मोबाइल छोड़ दिया। इसके बाद परिजनों ने शव ज्योति का मानकर संस्कार भी कर दिया।
थाना चांदनी बाग पुलिस ने मामले की जांच को आगे बढ़ाते हुए 7 सितंबर को शव की तस्वीर सिमरन के पिता अशोक दुबे को दिखाई। उन्होंने अपनी बेटी की मिसिंग रिपोर्ट पुलिस में दर्ज कराई हुई थी। अशोक दुबे अपनी बेटी को पहचान गए। इसके बाद पुलिस ने छापामार कार्रवाई की और शिमला स्थित रॉयल होटल से कृष्ण और ज्योति को पकड़ लिया। अटावला गांव के कृष्ण (21) की टीबी की बीमारी से मौत हो चुकी है। वह गिरफ्तारी के बाद से 26 महीने से जेल में कैद था।
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