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ताकतवर बिल्डर की जिंदगी में भगवान नहीं, शैतान बनकर कस्टमर ने मारी थी एंट्री, एक फ्लैट बेचा था, पूरा अपार्टमेंट ही हड़प गया
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जबलपुर. बहुचर्चित बिल्डर राजू वर्मा सुसाइड केस में पुलिस ने सिक्योरिटी फैक्ट्री के कर्मचारी को गिरफ्तार किया है। मामला 1 अक्टूबर 2022 का है, जब बिल्डर राजू वर्मा ने अपने सुसाइड नोट में आरोपी बलिराम शाह द्वारा प्रताड़ित करने का हवाला देते हुए कथित तौर पर अपनी लाइसेंसी पिस्तौल से खुद को गोली मार ली थी। पुलिस ने बलिराम शाह के खिलाफ धारा 306 के तहत आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है।
बलिराम शाह ने अपना घर राजू वर्मा से खरीदा था और दोनों एक ही बिल्डिंग में रहते थे। सिविल लाइन थाना प्रभारी रमेश कौरव के अनुसार दोनों में अक्सर कहासुनी हो जाती थी।
अपने सुसाइड नोट में राजू वर्मा ने कहा था कि वह बलिराम शाह की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर रहा है।
राजू वर्मा के परिजनों को उनके कार्यालय से सुसाइड नोट मिला था, जो लिफाफे में रखा था। इसमें लिखा था कि बलिराम शाह और उसकी पत्नी ममता शाह और एक अन्य महिला वंदना अग्रवाल मिलकर उसे लंबे समय से टॉर्चर कर रहे हैं।
राजू वर्मा का जबलपुर में महात्मा गांधी कॉलेज भी है। पुलिस की जांच में सामने आया था कि राजू वर्मा ने सुरक्षा संस्थान में कार्यरत बलिराम शाह को एक फ्लैट बेचा था। लेकिन बलिराम शाह ने एक पूरे अपार्टमेंट पर ही कब्जा कर लिया था। इससे बिल्डर परेशान था।
राजू वर्मा की पत्नी डॉ. झूमा वर्मा ने आरोप लगाया था कि बलिराम शाह उनके पति को झूठे केस में फंसाने की धमकी देता रहता था।
पिछले साल एक अक्टूबर को राजू वर्मा ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से कनपटी में गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। घटना के बाद कई दिनों तक इलाज चला था और 26 अक्टूबर 2022 को मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उसकी मौत हो गई थी।