हरियाणा चुनाव 2024ः 2cr वोटर्स, 1031 प्रत्याशियों में 538 प्रत्याशी हैं करोड़पति

दस साल से सत्ता में रही बीजेपी के लिए इस बार सत्ता विरोधी लहर की चुनौतियों को पार करना सबसे चुनौतीपूर्ण है। उधर, एक दशक बाद सत्ता में वापसी के लिए जोर-आजमाइश कर रही कांग्रेस के लिए लोकसभा चुनाव में मिला समर्थन लाभदायक साबित हो सकता है।

Haryana Assembly elections 2024: हरियाणा में 90 विधानसभा सीटों के लिए 5 अक्टूबर को वोटिंग होंगे। इस विधानसभा चुनाव में 20629 बूथों पर दो करोड़ से अधिक वोटर्स अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। 8821 ऐसे बुजुर्ग भी वोट करेंगे जिनकी उम्र 100 से पार हो चुकी है। सुबह 7 बजे वोटिंग शुरू हो जाएगी और यह शाम छह बजे तक चलेगी।

कौन-कौन से प्रमुख राजनैतिक दल चुनाव मैदान में

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हरियाणा विधानसभा चुनाव में इस बार प्रमुख दलों में भाजपा, कांग्रेस, आप, इनेलो-बसपा गठबंधन और जेजेपी-आज़ादी समाज पार्टी गठबंधन ने अपने प्रत्याशी उतारे हैं। भाजपा लगातार तीसरी बार सत्ता में आना चाहती है, जबकि कांग्रेस एक दशक बाद वापसी का लक्ष्य लेकर चल रही है।

1031 कैंडिडेट्स के भाग्य का फैसला करेंगे वोटर्स

हरियाणा विधानसभा चुनाव लड़ रहे 1031 कैंडिडेट्स के भाग्य का फैसला यहां के दो करोड़ से अधिक वोटर्स करेंगे। चुनाव मैदान में 101 महिला प्रत्याशी भी हैं। सीएम नायब सिंह सैनी (भाजपा), भूपेंद्र सिंह हुड्डा (कांग्रेस) और दुष्यंत चौटाला (जेजेपी) के भी भविष्य का फैसला वोटर्स अपने वोट से करेंगे।

कितने क्रिमिनल केस वाले प्रत्याशी मैदान में?

राज्य की 90 सीटों पर करीब 133 प्रत्याशी ऐसे हैं जिन पर क्रिमिनल केस दर्ज है। इनमें से 94 प्रत्याशियों पर गंभीर आपराधिक केस दर्ज है।

करोड़पति भी खासी तादाद में चुनाव मैदान में

हरियाणा राज्य में विधानसभा चुनाव लड़ रहे 538 प्रत्याशी करोड़पति हैं। यानी 52 प्रतिशत प्रत्याशी जो चुनाव लड़ रहे हैं वह करोड़पति हैं।

हरियाणा चुनाव में क्या है प्रमुख मुद्दे?

राज्य विधानसभा चुनाव में किसानों का मुद्दा सबसे प्रमुख मुद्दों में शामिल है। किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी की मांग के अलावा जीवन-यापन की लागत को प्रभावित करने वाली बढ़ती महंगाई और विवादास्पद अग्निपथ भर्ती योजना चुनाव को प्रभावित कर सकते हैं।

क्या सत्ता विरोधी लहर रोक पाएगी बीजेपी?

दस साल से सत्ता में रही बीजेपी के लिए इस बार सत्ता विरोधी लहर की चुनौतियों को पार करना सबसे चुनौतीपूर्ण है। उधर, एक दशक बाद सत्ता में वापसी के लिए जोर-आजमाइश कर रही कांग्रेस के लिए लोकसभा चुनाव में मिला समर्थन लाभदायक साबित हो सकता है।

त्रिशंकु विधानसभा के संकेत?

हाल के कुछ रूझानों से यह भी दावा किया जा रहा है कि हरियाणा में इस बार त्रिशंकु विधानसभा की संभावना है। हालांकि, बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिल रही है। जबकि छोटे दलों का अलायंस भी सीटों के लिए काफी मेहनत करता दिख रहा।

आम आदमी पार्टी का प्रभाव?

आम आदमी पार्टी पूरे दमखम के साथ चुनाव मैदान में है। उसका हरियाणा चुनाव में प्रभाव और वोटों का विभाजन बीजेपी के लिए लाभदायक साबित हो सकता है।

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