हरियाणा की भाजपा सरकार ने अग्निवीरों को बड़ा तोहफा दिया है। राज्य सरकार ने घोषणा की है कि वह सरकारी नौकरियों में अग्निवीरों को 10% आरक्षण देगी।
नई दिल्ली। हरियाणा सरकार ने सेना में अग्निपथ योजना (Agnipath scheme) के तहत भर्ती होने वाले जवानों के लिए बड़ी खुशी की खबर दी है। इन जवानों को अग्निवीर (Agniveers) कहा जाता है। राज्य की भाजपा सरकार ने फैसला किया है कि वह सरकारी नौकरियों में अग्निवीरों को 10% आरक्षण देगी।
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा, "अग्निपथ प्रधानमंत्री की बहुत ही लोकहित की योजना है। इस योजना के माध्यम से हमारे पास कुशल युवा, एक्टिव युवा तैयार होता है। हमारी सरकार हरियाणा में अग्निवीरों को प्रदेश सरकार द्वारा भर्ती किए जाने वाले कॉन्स्टेबल, माइनिंग गार्ड, फॉरेस्ट गार्ड, जेल वार्डन और एसपीओ के पदों पर सीधी भर्ती में 10% हॉरिजॉन्टल आरक्षण प्रदान करेगी। ये प्रावधान हमने किया है।"
सीएम ने कहा, "हमने अग्निवीरों को ग्रुप B और C में सरकारी पदों के लिए निर्धारित अधिकतम आयु में तीन साल की छूट दी है। अग्निवीरों के पहले बैच के मामले में आयु में यह छूट 5 वर्ष की होगी। सरकार ग्रुप C में सिविल पदों पर सीधी भर्ती में अग्निवीरों के लिए 5% हॉरिजॉन्टल आरक्षण और ग्रुप B में 1% हॉरिजॉन्टल आरक्षण देगी। अगर अग्निवीर को किसी भी औद्योगिक इकाई द्वारा प्रति माह 30 हजार रुपए से अधिक वेतन दिया जाता है तो हमारी सरकार उस औद्योगिक इकाई को 60 हजार रुपए वार्षिक सबसिडी देगी।"
क्या होता है हॉरिजॉन्टल आरक्षण और वर्टिकल आरक्षण?
आरक्षण दो तरह के होते हैं हॉरिजॉन्टल और वर्टिकल। अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों और अन्य पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण को वर्टिकल आरक्षण कहा जाता है। यह प्रत्येक समूह के लिए अलग-अलग लागू होता है।
हॉरिजॉन्टल आरक्षण से वर्टिकल श्रेणियों के अलावा अन्य श्रेणियों के लाभार्थियों जैसे महिलाओं, भूतपूर्व सैनिकों, ट्रांसजेंडर समुदाय और विकलांग व्यक्तियों को लाभ दिया जाता है। हॉरिजॉन्टल कोटा प्रत्येक वर्टिकल श्रेणी पर अलग से लागू किया जाता है। उदाहरण के लिए अग्निवीरों को हरियाणा में 10% हॉरिजॉन्टल कोटा है तो प्रत्येक वर्टिकल कोटा श्रेणी में चुने गए उम्मीदवारों में से 10% अनिवार्य रूप से अग्निवीर होंगे।
क्या है अग्निपथ योजना?
अग्निपथ केंद्र सरकार की योजना है। इससे तीनों सेनाओं (थल सेना, वायु सेना और नौ सेना) में जवानों की भर्ती होती है। इससे उन जवानों की भर्ती होती है जो कमीशन प्राप्त अधिकारी नहीं हैं। वे चार साल के लिए सेना में शामिल होते हैं। इस योजना की घोषणा जून 2022 में हुई थी।
यह भी पढ़ें- डोडा में 5 जवानों की मौत के बाद फूटा महबूबा मुफ्ती का गुस्सा, DGP पर फोड़ा बम
अग्निपथ योजना से सेना में भर्ती होने वाले युवाओं को अग्निवीर कहा जाता है। चार साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद 25% तक अग्निवीर सेना में स्थायी कमीशन पर आगे के 15 साल के लिए शामिल हो सकते हैं। बाकी जवानों को बाहर जाना होगा। इन जवानों को फिर से जॉब तलाशनी होगी।
यह भी पढ़ें- पं. बंगाल BJP नेता Suvendu Adhikari ने क्यों कहा- ‘बंद करो सबका साथ, सबका विकास’