22 साल का एक युवक हरियाणा से नौकरी करने के लिए रूस गया। वहां उसे जबरन फौज में भर्ती कर लड़ने के लिए यूक्रेन भेजा दिया। जहां उसकी मौत हो गई है।
कैथल. हरियाणा के कैथल जिले के रहने वाले एक 22 साल के युवक की यूक्रेन में मौत हो गई है। वह नौकरी करने के लिए रूस गया था। जहां उसे जबरन फौज में भर्ती कर दिया और लड़ने के लिए भेज दिया था। उसकी रूस की तरफ से यूक्रेन से युद्ध लड़ने के दौरान मौत हो गई।
भारतीय दूतावास ने की पुष्टि
मॉस्को में स्थित भारतीय दूतावास ने युवक की मौत की पुष्टि की है। युवक की पहचान रवि मौन निवासी मटौर जिला कैथल हरियाणा के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि रवि के भाई अजय ने 21 जुलाई को अपने भाई की जानकारी लेने के लिए भारतीय दूतावास को पत्र लिखा था। तो पता चला कि उसकी मौत हो गई है। भारतीय दूतावास ने शव की पहचान के लिए डीएनएन रिपोर्ट भेजने के लिए भी कहा है।
10 साल की सजा की धमकी
रवि के भाई अजय ने बताया कि रवि को एक एजेंट ने परिवहन से जुड़ी नौकरी दिलाने के लिए रूस भेजा था। लेकिन वहां जाने के बाद उसे जबरन रूस की सेना में शामिल कर लिया गया। इसके बाद रूसी सेना ने कहा कि या तो रवि यूक्रेन की सेना से लड़ने के लिए मोर्चे पर जाए या फिर उसे 10 साल जेल की सजा भुगतनी पड़ेगी। इसके बाद रवि को खाई खोदने की ट्रेनिंग दी गई और उसे सीधे लड़ने के लिए भेज दिया।
भाई के शव को भेजने पीएम मोदी से अनुरोध
अजय मौन ने बताया कि रवि से उनका सम्पर्क 12 मार्च तक रहा। इस दौरान वे काफी परेशान नजर आ रहे थे। चूंकि अब भारतीय दूतावास ने उनकी मौत की पुष्टि कर दी है। इस कारण अजय ने भाई के पार्थिव शरीर को लाने का अनुरोध पीएम मोदी से किया है।
साढ़े 11 लाख खर्च कर भेजा था रूस
अजय ने बताया कि उनके परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। इसलिए अपने भाई को रूस भेजने के लिए घरवालों ने एक एकड़ जमीन बेच दी और करीब 11.50 लाख रुपए रवि को रूस भेजने के लिए खर्च किए थे। लेकिन अब उनके पास भाई के शव को लाने तक के पैसे नहीं है।
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भारतीय नागरिकों को मुक्त करने की मांग
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हालही पुतिन सरकार से मांग की है कि सेना में शामिल भारतीय नागरिकों को शीघ्र मुक्त कर उनकी वापसी की व्यवस्था करें। ऐसे में रूसी सेना ने भारतीयों की भर्ती बंद करने और जो लोग सेना में भर्ती हैं उन्हें कार्यमुक्त कर वापस भेजने की सहमति दी थी।
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