Haryana Cabinet ministers profile: हरियाणा में तीसरी बार सत्ता में आई बीजेपी सरकार के नए मंत्रिमंडल का शपथ समारोह हुआ। सैनी मंत्रिमंडल में सीएम सहित 13 मंत्रियों ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली है। सैनी कैबिनेट में दो ब्राह्मण, दो जाट, 5 ओबीसी, दो दलित और राजपूत-पंजाबी-बनिया समाज से एक-एक मंत्री बनाए गए हैं। जानिए नए मंत्रियों के बारे में...
सबसे सीनियर मिनिस्टर अनिल विज
मुख्यमंत्री पद की रेस में शामिल रहे अनिल विज, सबसे सीनियर मिनिस्टर हैं। वह अंबाला कैंट से विधायक हैं। पूर्व की सरकार में वह गृह व स्वास्थ्य मंत्री रह चुके हैं। सैनी कैबिनेट के नंबर 2 मिनिस्टर, विज पंजाबी समाज से आते हैं। वह सातवीं बार विधायक बने हैं।
बीजेपी का दलित चेहरा
इसराना विधानसभा सीट से छह बार से विधायक किशन लाल पंवार, बीजेपी के दलित चेहरा हैं। खट्टर सरकार के पहले कार्यकाल में भी पंवार मंत्री रहे हैं। वह 2015 से 2019 तक खट्टर सरकार में परिवहन, आवास, जेल मंत्री रहे हैं।
राव नरबीर सिंह दूसरी बार बनाए गए मंत्री
सैनी सरकार में राव नरबीर सिंह को भी कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। यादव समाज के कद्दावर नेता राव नरबीर सिंह बादशाहपुर सीट से विधायक हैं। बादशाहपुर सीट, गुरुग्राम से सटी सीट है। वह चौथी बार विधायक बने हैं।
जाट समाज के नेता हैं महिपाल ढांडा
कैबिनेट मंत्री पद की शपथ लिए महिपाल ढांडा जाट समाज से आते हैं। वह पानीपत ग्रामीण से तीसरी बार विधायक चुने गए हैं। महिपाल ढांडा पहले भी राज्य सरकार में विकास एवं पंचायत व सहकारिता राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार रह चुके हैं।
वैश्य समाज के प्रतिनिधि के रूप में विपुल गोयल
विपुल गोयल को एक बार फिर मंत्री बनाया गया है। वह फरीदाबाद सीट से विधायक चुने गए हैं। 2016 में पहली बार वह खट्टर सरकार में मंत्री बने थे। 2019 में उनको टिकट नहीं मिला था। इस बार फिर टिकट मिलने के बाद उन्होंने बड़ी जीत हासिल की है।
डेंटल सर्जन से राजनीति के महारथी तक का सफर
सोनीपत जिले की गोहाना सीट से विधायक चुने गए डॉ.अरविंद कुमार शर्मा ने मंत्री पद की शपथ ली है। शर्मा ने 2014 में कांग्रेस छोड़ बीजेपी ज्वाइन किया था। वह चार बार सांसद रहे हैं। बीजेपी ने प्रमुख ब्राह्मण चेहरा के रूप में उनको पेश किया। शर्मा पेशे से डेंटल सर्जन हैं।
2019 में टिकट कट गया था, अब मंत्री बने श्याम सिंह राणा
हरियाणा सरकार में बीजेपी ने राजपूत चेहरा श्याम सिंह राणा को कैबिनेट मंत्री बनाया है। वह इंडियन नेशनल लोकदल से यमुनानगर की रदौर सीट से भी विधायक रह चुके हैं। राणा, 2014 में बीजेपी से विधायक बने थे। 2019 में बीजेपी ने उनको टिकट नहीं दिया था। लेकिन 2020 में कृषि कानूनों के विरोध में बीजेपी को छोड़ दिए थे।
तीसरी बार विधायक बने रणबीर गंगवा अब मंत्री
बरवाला विधानसभा सीट से विधायक बने रणबीर गंगवा पहली बार 2014 में विधायक चुने गए थे। वह पहली बार नलवा सीट से विधायक बने। हरियाणा विधानसभा में डिप्टी स्पीकर रह चुके गंगवा ओबीसी समाज से आते हैं, इस बार मंत्री बनाए गए हैं।
बेदी भी दलित लीडर के रूप में शामिल
कृष्ण कुमार बेदी को बीजेपी ने दलित चेहरा के रूप में शामिल किया है। पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर के पूर्व राजनीतिक सचिव रहे कृष्ण कुमार बेदी, 2014 में राज्यमंत्री बनाए गए थे। जींद जिले की नरवाना सीट से विधायक बने कृष्ण कुमार 2014 में शहबाद सीट से भी विधायक रह चुके हैं।
बंसीलाल की पोती भी बनीं मंत्री
पूर्व सीएम बंसीलाल की पौत्री श्रुति चौधरी, कांग्रेस की कद्दावर नेता रही हैं। विधानसभा चुनाव के पहले ही श्रुति चौधरी और उनकी मां किरण चौधरी ने बीजेपी ज्वाइन किया था। श्रुति 2009 से 2014 तक कांग्रेस की भिवानी से सांसद रही हैं। हरियाणा सरकार में वह पहली बार मंत्री बनी हैं। वह जाट समाज से आती हैं।
यादव समाज की कद्दावर नेता की बेटी भी बनीं मंत्री
हरियाणा में अहिरवाल क्षेत्र के सबसे कद्दावर नेता केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती राव भी कैबिनेट मंत्री बनी हैं। आरती राव, अटेली से बीजेपी की विधायक बनी हैं। अहीर समाज की सबसे कद्दावर परिवार से वह ताल्लुक रखती हैं।
राजेश नागर भी राज्यमंत्री
फरीदाबाद के तिगांव सीट से विधायक राजेश नागर को स्वतंत्र प्रभार का राज्यमंत्री बनाया गया है। वह दूसरी बार विधायक बने हैं। 2019 व 2024 में वह दो बार विधायक चुने गए। दूसरी बार विधायक बने राजेश नागर इस बार मंत्री पद संभालेंगे।
सबसे युवा मंत्री गौरव गौतम
ब्राह्मण समाज से ताल्लुक रखने वाली गौरव गौतम सबसे युवा मंत्री हैं। उन्होंने राज्यमंत्री के रूप में शपथ ली है। 36 साल के गौरव, केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर के करीबी हैं। वह पलवल से चुनाव जीते हैं। गौरव ने कांग्रेसी दिग्गज पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल को शिकस्त दी थी।
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