विश्लेषकों का अनुमान है कि इस बार हरियाणा में बीजेपी को विरोध का सामना करना पड़ेगा। मार्च में पंजाबी मूल के मनोहर लाल खट्टर की जगह अन्य पिछड़ा वर्ग के नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बनाया गया। सैनी ने हाल ही में सामाजिक कार्यक्रमों के बारे में घोषणाएं की हैं। उन्होंने राज्य प्रशासन में सभी रिक्त पदों को जल्द भरने का आश्वासन दिया है।
दूसरी ओर, कांग्रेस में अंदरूनी कलह को एक और प्रतिनिधि ने उजागर किया है। हालांकि, कांग्रेस के विश्लेषकों का मानना है कि 2014, 2019 के चुनावों की तरह 2024 के विधानसभा चुनावों को जाट बनाम गैर-जाट सामाजिक समूह के चुनाव के रूप में चित्रित करना मुश्किल होगा।