ये वीडियो गुजरात के पाटन का है, जहां लोक दयारो में अब तक नोटों की बारिश होते देखी गई है, लेकिन यहां रोटियां भी बरस पड़ीं। यह कार्यक्रम गुजरात के प्रसिद्ध लोकगायक कीर्तिदास गढ़वी का था।
पाटन. ये वीडियो गुजरात के पाटन का है, जहां लोक दयारो में अब तक नोटों की बारिश होते देखी गई है, लेकिन यहां रोटियां भी बरस पड़ीं। यह कार्यक्रम गुजरात के प्रसिद्ध लोकगायक कीर्तिदास गढ़वी का था। गढ़वी के इस समय राज्यभर में लोक दयारो का दौर चल रहा है। लोक दयारो सामाजिक और धार्मिक संदेश देने एक तरह से भजन लोकगीत-संगीत का कार्यक्रम होता है। लेकिन इसका मकसद वहां से मिले पैसों का किसी सामाजिक या धार्मिक उद्देश्य पर खर्च करना होता है।
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पाटन में मल्हार लिंक रोड स्थित रोतलिया हनुमान मंदिर में पाटोत्सव के अवसर पर कीर्तिदान गढ़वी का लोक दयारा का आयोजन किया गया था। जहां बड़ी संख्या में फैन्स ने दयारा को रोटियों से भर दिया। गढ़वी ने इस दयारा में रोटियों के रूप में टिकट रखा था। लोगों ने रोटियां खरीदी और कार्यक्रम में पहुंचे। यहां करीब 50 हजार से अधिक रोटियां जमा की गईं। ये रोटियां जानवरों यानी गाय, भैंस, कुत्तों को खिलाने जुटाई गईं।
यह अनूठा लोक दयारा 16 अप्रैल की रात करीब 8 बजे आयोजित किया गया था। रोतलिया हनुमान दादा के प्रथम पाटोत्सव के अवसर पर इस भव्य लोक दयारा का आयोजन किया गया था।
कीर्तिदान गढ़वी के भजन कार्यक्रम में प्रवेश के लिए लोगों को टिकट की जगह पशुओं के लिए रोटी लाने के लिए कहा गया था। हर व्यक्ति को 10 रोटियां खरीदने पर एंट्री दी गई थी।
कीर्तिदान गढ़वी के लोक दियारा के निमंत्रण पत्र में एक अनोखा विशेष नोट लिखा गया। जिसमें लिखा था कि दयारा देखने के लिए प्रवेश शुल्क के तौर पर एक बाजरे की रोटी या गेहूं की रोटी लाना अनिवार्य है।
दयारा में भी हर शख्स को 10 रोटियों के साथ एंट्री दी गई। इस भव्य दयारा के शुरू होते ही रुपयों के साथ रोटियों की बारिश शुरू हो गई। इस लोक दियारा में उपस्थित श्रद्धालुओं द्वारा 10 लाख रुपये एकत्रित किए गए, जबकि करीब 50 हजार रोटियां इकट्ठी हुईं।
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