भारत के ज्यादातर राज्यों में बारिश-ओले और आंधी का दौर बना हुआ है। मौसम विज्ञान विभाग(IMD) और निजी एजेंसी स्काईमेटवेदर के अनुसार, आजकल में दक्षिण पूर्व मध्य प्रदेश, दक्षिण छत्तीसगढ़, विदर्भ, मराठवाड़ा आदि में हल्की से मध्यम बारिश संभव है।
नई दिल्ली. भारत के ज्यादातर राज्यों में बारिश-ओले और आंधी का दौर बना हुआ है। मौसम विज्ञान विभाग(IMD) और निजी एजेंसी स्काईमेटवेदर के अनुसार, आजकल में दक्षिण पूर्व मध्य प्रदेश, दक्षिण छत्तीसगढ़, विदर्भ, मराठवाड़ा, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, आंतरिक तमिलनाडु और केरल में हल्की से मध्यम बारिश संभव है।
पूर्वोत्तर भारत, सिक्किम, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल, पश्चिमी हिमालय की पहाड़ियों, पंजाब के कुछ हिस्सों, हरियाणा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों, कर्नाटक और उत्तर छत्तीसगढ़ के कुछ क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और पूर्वी राजस्थान और गुजरात के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश संभव है। (तस्वीर भोपाल की है, जहां आंधी-बारिश से पेड़ टूट गए)
चक्रवाती परिसंचरण( cyclonic circulation) के रूप में पश्चिमी विक्षोभ(Western Disturbance) निचले और ऊपरी क्षोभमंडल स्तरों( tropospheric levels) में मध्य पाकिस्तान पर स्थित है।
एक प्रेरित चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण पाकिस्तान और इससे सटे पश्चिमी राजस्थान के निचले हिस्से में बना हुआ है। एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश पर और दूसरा दक्षिण छत्तीसगढ़ पर बना हुआ है। निचले हिस्से में पूर्वी विदर्भ से उत्तर आंतरिक तमिलनाडु तक एक ट्रफ/हवा का बिखरना बना हुआ है। एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ 1 तारीख की रात से उत्तर पश्चिम भारत को प्रभावित कर सकता है।
2 मई के दौरान हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर ओलावृष्टि की संभावना है। अगले 5 दिनों के दौरान उत्तराखंड; 1-2 मई के दौरान पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में; 3 मई को राजस्थान में, जबकि 2 और 3 मई को उत्तराखंड में थंडरस्क्वॉल की बहुत संभावना है।
जम्मू संभाग में 2 मई को और हिमाचल प्रदेश में 1 और 2 मई को छिटपुट स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है।
3-4 मई के दौरान पश्चिमी राजस्थान के अलग-अलग स्थानों पर धूल भरी आंधी चलने की संभावना है।
मध्य भारत में मौसम का पूर्वानुमान: मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़ के छिटपुट स्थानों पर ओलावृष्टि की संभावना है। पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़ में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है।
दक्षिण भारत में मौसम का पूर्वानुमान: रायलसीमा और तमिलनाडु में 1 मई को बहुत भारी वर्षा। 2 मई के दौरान दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और तटीय आंध्र प्रदेश; अगले 4 दिनों के दौरान केरल और तमिलनाडु में भारी बारिश का अनुमान है।
पूर्वी भारत में मौसम का पूर्वानुमान: 1 मई को झारखंड और पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भारी बारिश का अनुमान। 2 मई के दौरान उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में छिटपुट स्थानों पर भारी बारिश की संभावना।
पूर्वोत्तर भारत में मौसम का पूर्वानुमान: 1-2 मई के दौरान अरुणाचल प्रदेश और नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में छिटपुट स्थानों पर भारी बारिश की संभावना; 1-4 मई के दौरान असम और मेघालय में भारी बारिश का अलर्ट।
पश्चिम भारत में मौसम का पूर्वानुमान: मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा के छिटपुट स्थानों पर ओलावृष्टि की संभावना है।
मौसम का पूर्वानुमान बताने वाली प्राइवेट एजेंसी स्काईमेटवेदर के अनुसार, पिछले 24 घंटों के दौरान, दक्षिण पूर्व मध्य प्रदेश विदर्भ, आंध्र प्रदेश और राजस्थान के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई।
पूर्वोत्तर भारत, गंगीय पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, मराठवाड़ा, आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, उत्तर प्रदेश के पश्चिमी भागों, पंजाब, उत्तराखंड और गुजरात में छिटपुट हल्की से मध्यम बारिश हुई। हरियाणा, बिहार, दिल्ली, झारखंड, ओडिशा में हल्की बारिश हुई।
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