असम की 'लेडी सिंघम' SI जुनमोनी राभा की सड़क हादसे में हुई मौत पर रहस्य गहराया, साजिश की आशंका के चलते जांच CBI को सौंपी

30 वर्षीय जुनमोनी राभा कानून तोड़ने वालों के साथ सख्त व्यवहार के चलते बॉलीवुड फिल्म की तर्ज पर असम पुलिस में 'लेडी सिंघम' कही जाती थीं। 16 मई तड़के उनकी कार नगांव जिले में एक कंटेनर ट्रक से आमने-सामने टकरा गई थी।

Contributor Asianet | Published : May 20, 2023 9:04 AM IST / Updated: May 20 2023, 02:36 PM IST

गुवाहाटी. असम पुलिस ने लेडी पुलिस सब इंस्पेक्टर जुनमोनी राभा(police sub-inspector Junmoni Rabha) की कथित सड़क दुर्घटना में हुई मौत की CBI जांच की सिफारिश की है। शनिवार को इसकी जानकारी दी गई। असम के DGP जीपी सिंह ने कहा कि नागांव और लखीमपुर जिलों के सभी पुलिस अधिकारियों का ट्रांसफर किया जा रहा है, जहां उन्होंने काम किया और उनसे जुड़े मामले दर्ज किए गए। इनमें उनकी मौत से जुड़े मामले भी शामिल हैं। यह मामला अब तक पुलिस का क्राइम इन्वस्टिगेशन डिपार्टमेंट देख रहा था।

DGP ने यहां एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "सीआईडी टीम और पुलिस मुख्यालय में सीनियर अधिकारियों के साथ पूरे मामले की समीक्षा करने के बाद मैंने सरकार से राभा से जुड़े चार मामलों को CBI को स्थानांतरित करने की सिफारिश की है।"

30 वर्षीय राभा कानून तोड़ने वालों के साथ सख्त व्यवहार के चलते बॉलीवुड फिल्म की तर्ज पर असम पुलिस में 'लेडी सिंघम' कही जाती थीं। 16 मई तड़के उनकी कार नगांव जिले के कलियाबोर सब डिवीजन के सरुभुगिया गांव में एक

DGP ने कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसी को मामले की सिफारिश करने का फैसला जनता की भावनाओं को ध्यान में रखकर लिया गया है। डीजीपी ने कहा कि इस मामले की जांच के लिए किसी तटस्थ एजेंसी से पूछना भी उचित समझा गया, क्योंकि इसमें असम पुलिस के एक अधिकारी की मौत शामिल है।

दुर्घटना में उसकी मौत के बाद राभा के परिवार और दोस्तों ने साजिश का आरोप लगाया और इसके पीछे की सच्चाई का पता लगाने के लिए निष्पक्ष जांच की मांग की थी।

DGP ने कहा कि जो मामले सीबीआई को सौंपे जा रहे हैं, उनमें से चार मामलों में से तीन नौगांव जिले में दर्ज हैं, जहां राभा तैनात थीं। उनमें से एक में, जो 5 मई को दर्ज किया गया था, वह जांच अधिकारी थी, जबकि दो मामले उनकी मौत से संबंधित हैं।

चौथा मामला लखीमपुर में राभा के खिलाफ कथित आपराधिक साजिश, डकैती, जान से मारने की कोशिश, गलत तरीके से बंधक बनाने और जबरन वसूली के आरोप में दर्ज किया गया था। यह उनकी मौत से एक दिन पहले 15 मई को रजिस्टर्ड किया गया था।

DGP सिंह ने कहा कि नगांव और लखीमपुर के एसपी समेत सभी पुलिस अधिकारियों के तबादले का फैसला मुख्यमंत्री से चर्चा के बाद लिया गया है। राभा नगांव में मोरीकोलांग पुलिस चौकी की प्रभारी थीं। वे अपने सख्त व्यवहार के लिए जानी जाती थीं, लेकिन उन पर वित्तीय गड़बड़ियों के भी आरोप लगे थे।

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