बेंगलुरु में 22 परिवारों को लगा 5000 हजार का चूना, जल बोर्ड के निर्देश के बावजूद पीने के पानी का गलत इस्तेमाल करने पर लगा जुर्माना

इसको देखते हुए बेंगलुरु जल आपूर्ति और सीवरेज बोर्ड (BWSSB) ने कड़े दिशा निर्देश लागू किए थे, जिससे पानी के गैर जरूरी इस्तेमाल पर रोक लग सके। इसी क्रम में BWSSB ने बेंगलुरु में कुल 22 परिवारों पर ₹5,000 का जुर्माना लगाया गया।

sourav kumar | Published : Mar 25, 2024 8:29 AM IST / Updated: Mar 25 2024, 02:10 PM IST

बेंगलुरु वाटर क्राइसिस। गार्डन सिटी के नाम से मशहूर कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में पानी की भारी किल्लत चल रही है। यहां लोगों को बेसिक काम करने लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। इसको देखते हुए बेंगलुरु जल आपूर्ति और सीवरेज बोर्ड (BWSSB) ने कड़े दिशा निर्देश लागू किए थे, जिससे पानी के गैर जरूरी इस्तेमाल पर रोक लग सके। इसी क्रम में BWSSB ने बेंगलुरु में कुल 22 परिवारों पर ₹5,000 का जुर्माना लगाया गया, इस तरह से जल बोर्ड ने 22 परिवारों से सामूहिक रूप से ₹1.1 लाख जुर्माना वसूला। रिपोर्ट के अनुसार, BWSSB ने सोशल मीडिया के माध्यम से प्राप्त शिकायतों पर कार्रवाई की, जहां लोग कारों, बगीचे में पीने के पानी का इस्तेमाल कर रहे थे।

कथित तौर पर BWSSB का साउथ डिवीजन अलग-अलग डिवीजनों की तुलना में पानी की बर्बादी को लेकर सख्त है और निवासियों की शिकायतों पर नजर रखता है। पिछले हफ्ते BWSSB ने शहर में होली समारोहों के दौरान पूल डांस और रेन डांस जैसी गतिविधियों के लिए कावेरी जल और बोरवेल जल के इस्तेमाल पर बैन लगा दिया था। यह आदेश पानी की गंभीर कमी के बावजूद कई प्रतिष्ठानों द्वारा पूल पार्टियों और रेन डांस की घोषणा के बाद आया। इस आदेश के आने के बाद, कई होटलों ने तुरंत अपनी प्रचार सामग्री से रेन डांस हटा दिया।

बेंगलुरु में पानी बचाने के लिए कई काम

बेंगलुरु में पानी की बर्बादी को रोकने के लिए तरह-तरह के उपाय लगाए जा रहे हैं। यहां प्रशासन ने पानी के फ्लो को कंट्रोल करने के लिए एरेटर के इस्तेमाल करने का निर्देश दिया है। इसके लिए एरेटर के इस्तेमाल को शहर के व्यावसायिक प्रतिष्ठानों, अपार्टमेंट, रेस्तरां, लक्जरी होटल, उद्योगों और दूसरे पब्लिक एरिया में भी अनिवार्य बना दिया गया है। 

कर्नाटक सरकार शहर में पानी की कमी को दूर करने के लिए जमा किए गए पानी का इस्तेमाल करने पर गौर कर रही है, जिसका इस्तेमाल पानी से जुड़े दूसरे कामों में किया जा सकता है। इसे पीने की पानी की बचत आसानी से हो सकती है। बेंगलुरु का जल आपूर्ति बोर्ड अब कार्रवाई करने और शहर की सूखी झीलों को रिफिल करने के लिए जमा किए गए पानी से भरने की योजना बना रहा है, जो चरम गर्मी से पहले बोरवेलों को रिचार्ज करने में मदद कर सकता है।

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