BWSSB अध्यक्ष ने अपने बयान में कहा कि 15 मई को कावेरी पांचवें चरण की परियोजना के चालू होने के बाद मई के बाद बेंगलुरु को अतिरिक्त 775 एमएलडी पानी मिलेगा।
बेंगलुरु जल संकट। कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में जारी गंभीर संकट के बीच बेंगलुरु जल आपूर्ति और सीवरेज बोर्ड (BWSSB) के अध्यक्ष रामप्रसाथ मनोहर ने राहत देने वाली बात कही है। उन्होंने रविवार (10 मार्च) को कहा कि बोर्ड के पास जुलाई महीने तक शहर और इसके बाहरी इलाकों में आपूर्ति के लिए पर्याप्त पानी है। बोर्ड की ओर से बयान ऐसे वक्त आया है, जब शहर के लोग पानी की गंभीर समस्या से जूझना पड़ रहा है और आने वाले वक्त में पेयजल संकट का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, रामप्रसाथ मनोहर ने कहा कि शहरवासियों को इस मामले से घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि बोर्ड पूरे शहर में प्रतिदिन 1,470 एमएलडी पानी की आपूर्ति करता है।
BWSSB अध्यक्ष ने अपने बयान में कहा कि 15 मई को कावेरी पांचवें चरण की परियोजना के चालू होने के बाद मई के बाद बेंगलुरु को अतिरिक्त 775 एमएलडी पानी मिलेगा। फिलहाल शहर और इसके बाहरी इलाके की जरूरत 2,100 MLD पानी है। BWSSB के अध्यक्ष के अनुसार बेंगलुरु के बाहरी इलाके में रहने वाले लोग बोरवेल पर निर्भर हैं। शहर के आसपास की कई झीलें सूख रही हैं और इसका असर लोगों पर भी पड़ा है। उन्होंने कहा कि कावेरी बेसिन के चार बांधों में मांग को पूरा करने के लिए पर्याप्त पानी है।
BWSSB अध्यक्ष ने पानी बचाने को कहा
BWSSB अध्यक्ष के तरफ से पानी को लेकर आंकड़े पेश किए गए. उन्होंने बताया कि शहर को हर महीने माह केवल 1.54 TMCFT पानी की जरूरत है। शहर के अलावा इसके बाहरी इलाके भी कावेरी जल पर निर्भर हैं। शहर और उसके बाहरी इलाकों को जुलाई तक 17 TMCFT पानी की जरूरत है। बांधों में अब 34 TMCFT पानी है। इसके अलावा BWSSB ने पानी को बचाने के लिए कुछ निर्देश भी जारी किए हैं।
उन्होंने बताया कि पीने के पानी को बचाने के लिए उपचारित पानी का उपयोग माध्यमिक उद्देश्यों के लिए करें। वहीं भूजल स्तर को रिचार्ज करने के लिए विशेषज्ञों के सुझाव लेगा। इससे पहले बेंगलुरु में साफ पानी का इस्तेमाल गाड़ी धोने, बागवानी करने और कंस्ट्रक्शन जैसे कामों पर बैन लगा दिया है।