बिंद्यारानी का दमदार प्रदर्शन, राष्ट्रीय खेल में स्वर्ण पदक पर कब्ज़ा

Published : Feb 01, 2025, 09:29 AM IST
Bindyarani Devi

सार

मणिपुर की बिंद्यारानी देवी ने राष्ट्रीय खेल में महिला 55 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीता और स्नैच में नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने कुल 201 किग्रा भार उठाया, एल. नीलम देवी ने कांस्य पदक जीता।

मणिपुर की स्टार वेइटलिफ्टर एस. बिंद्यारानी देवी ने राष्ट्रीय खेल में शानदार प्रदर्शन करते हुए महिला 55 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीता और स्नैच कैटेगरी में नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाकर इतिहास रच दिया। कॉमनवेल्थ खेल की रजत पदक विजेता बिंद्यारानी देवी ने 83 किग्रा में शुरुआती असफलता के बावजूद जबरदस्त वापसी की। उन्होंने स्नैच में 88 किग्रा उठाकर नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया। इसके बाद क्लीन एंड जर्क में 107 किग्रा की सफल शुरुआत की।

 हालांकि, 112 किग्रा की दूसरी कोशिश नाकाम रही, लेकिन उन्होंने 113 किग्रा उठाकर अपनी श्रेष्ठता साबित की। उनके कुल 201 किग्रा के प्रदर्शन ने उन्हें शीर्ष स्थान पर पहुंचा दिया। यह उनके अपने राष्ट्रीय रिकॉर्ड 202 किग्रा से मात्र 1 किग्रा कम था, लेकिन उनकी उपलब्धि ने उन्हें तीनों राष्ट्रीय रिकॉर्ड (स्नैच, क्लीन एंड जर्क और कुल भार) का स्वामी बना दिया।

अपनी जीत के बाद बिंद्यारानी देवी ने कहा, “मैं अच्छी तरह से तैयार थी और अपने प्रदर्शन से खुश हूं। रिकॉर्ड बनाना हमेशा गर्व की बात होती है। मेरा लक्ष्य 115 किग्रा उठाने का था, लेकिन मेरी 112 किग्रा की दूसरी कोशिश असफल रही, इसलिए मैंने सुरक्षित रूप से 113 किग्रा उठाने का फैसला किया।” मणिपुर को एक और पदक दिलाने वाली एल. नीलम देवी ने भी शानदार प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक जीता। नीलम ने स्नैच में शुरुआती असफलताओं के बाद 81 किग्रा उठाया और फिर क्लीन एंड जर्क में 98 किग्रा और 101 किग्रा पर 104 किग्रा में चूक गईं।

इस मुकाबले में पश्चिम बंगाल की शराबानी दास ने स्नैच में 78 किग्रा और 81 किग्रा उठाया और क्लीन एंड जर्क में 102 किग्रा और 106 किग्रा भार उठाकर रजत पदक अपने नाम किया।बिंद्यारानी देवी की ऐतिहासिक जीत और मणिपुर के दो पदकों की उपलब्धि ने राज्य को वेटलिफ़्टिंग के क्षेत्र में एक बार फिर शीर्ष पर स्थापित किया है। यह मणिपुर के खेल इतिहास में एक और स्वर्णिम अध्याय जुड़ने जैसा है

 

PREV

Recommended Stories

रीजनल AI इम्पैक्ट कॉन्फ्रेंस: गुजरात बना AI क्रांति का अग्रदूत, डिजिटल भविष्य की मजबूत नींव
जब लोग मर रहे थे तो इस तैयारी में लगे थे लूथरा ब्रदर्स, शर्मनाक है सच