दिल्ली स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) में एक 24 वर्षीय Mtech छात्र ने होस्टल के कमरे में फांसी लगा ली। इस बात की जानकारी पुलिस ने शुक्रवार (16 फरवरी) को दी।
दिल्ली। दिल्ली स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) में एक 24 वर्षीय Mtech छात्र ने होस्टल के कमरे में फांसी लगा ली। इस बात की जानकारी पुलिस ने शुक्रवार (16 फरवरी) को दी। ये मामला प्रकाश में तब सामने आया जब संजय नेरकर नामक छात्र के परिवार ने उसके दोस्तों से लड़के के बारे में पूछा, क्योंकि उनका लड़का फोन का जवाब नहीं दे रहा था। इसके बाद पीड़ित छात्र के दोस्त कमरे में गए, जहां पीड़ित की लाश रस्सी से लटकी हुई मिली।
फांसी लगाने की सूचना मिलने बाद कमरे के दरवाजे को तोड़ा गया. इसके बाद उसके शव को पंखे से उतारा गया. पुलिस के मुताबिक पीड़ित छात्र द्रोणाचार्य हॉस्टल के कमरा नंबर 757 में रह रहा था। पुलिस ने कहा कि छात्र के परिवार के सदस्यों को सूचित कर दिया गया है और मौत के कारण का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है।
पिछले साल भी छात्र ने की थी खुदकुशी
पिछले साल की शुरुआत में इसी तरह की एक घटना में एक 21 वर्षीय छात्र आईआईटी दिल्ली में अपने छात्रावास के कमरे में मृत पाया गया था। छात्र अनिल कुमार ने कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
देश में छात्रों से जुड़ा आत्महत्या का मामला
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) द्वारा जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में साल 2022 करीब 13,000 से अधिक छात्रों ने आत्महत्या की है। जो कुल आत्महत्या के मामलों का अकेले 7.6 फीसदी है। रिपोर्ट से यह भी पता चला कि 18 वर्ष से कम उम्र के 1,123 छात्रों की आत्महत्या का कारण परीक्षा में असफलता थी। इनमें से 578 लड़कियां और 575 लड़के थे।
विभिन्न आयु समूहों में परीक्षाओं में असफल होने के बाद आत्महत्या करके 2,095 लोगों की मृत्यु हो गई। यह संख्या महाराष्ट्र (378) में सबसे अधिक थी, इसके बाद मध्य प्रदेश (277) और झारखंड (174) थे। कर्नाटक (162) और गुजरात (155) में भी परीक्षाओं में असफलता के कारण आत्महत्या से होने वाली मौतों की संख्या अधिक है।
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