बाबा कुंवारे थे, इसलिए गुफा में महिलाओं की नो एंट्री, गुड़-घी से मिश्रित रोटियां चढ़ती हैं प्रसाद में, मेले में आएंगे 50 लाख लोग

Published : Mar 10, 2023, 02:40 PM ISTUpdated : Mar 10, 2023, 02:45 PM IST
Baba Balak Nath Miraculous Temple of Himachal Pradesh

सार

हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले के ऐतिहासिक शहर दियोटसिद्ध को रविवार(12 मार्च) से शुरू हो रहे महीने भर चलने वाले चैत्र मेले के लिए सजाया गया है। यह वो प्रसिद्ध शहर हैं, जहां बाबा बालक नाथ (भगवान कार्तिकेय के अवतार) का गुफा मंदिर है।

हमीरपुर. हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले के ऐतिहासिक शहर दियोटसिद्ध को रविवार(12 मार्च) से शुरू हो रहे महीने भर चलने वाले चैत्र मेले के लिए सजाया गया है। यह वो प्रसिद्ध शहर हैं, जहां बाबा बालक नाथ (भगवान कार्तिकेय के अवतार) का गुफा मंदिर है। यह मंदिर हमीरपुर और बिलासपुर जिलों के बीच हिमालय की शिवालिक पर्वतमाला की धौलगिरी पहाड़ियों के ऊपर स्थित है। मेले के मद्देनजर बाबा बालक नाथ मंदिर परिसर से सटे सैकड़ों की संख्या में विभिन्न प्रकार के सामान, विशेषकर फूड की दुकानें सज गई हैं।

1. मेले के दौरान, लोग भगवान का आशीर्वाद लेने के लिए गुफा में घी और गुड़ के साथ मिश्रित गेहूं की रोटियां चढ़ाते हैं।

2. कहते हैं कि बाबा कुंवारे रहते थे, इसलिए गुफा में महिलाओं का एंट्री नहीं होती है। मंदिर के अधिकारियों ने कहा कि हालांकि उन्हें मंदिर प्रबंधन द्वारा बनाए गए एक मंच से गुफा की एक झलक देखने की अनुमति है।

3. 2020 में कोरोना संकट के समय इस मंदिर की तरफ से हिमाचल प्रदेश को दिए थे 5 करोड़ दिए गए थे।

4. अधिकारियों ने कहा कि देश और विदेश में लगभग 50-60 लाख लोग हर साल बाबाजी के दर्शन करने के लिए मंदिर आते हैं। उनमें से अधिकांश अपने परिवारों के साथ चैत्र मेले के दौरान मंदिर जाते हैं।

5. हमीरपुर के डिप्टी कमिश्नर देबश्वेता बनिक ने हाल ही में बाबा बालक नाथ मंदिर न्यास के एक यूट्यूब चैनल के एक क्यूआर कोड का अनावरण किया। इस क्यूआर कोड को स्कैन करने से भक्त चैनल पर बाबा की गुफा के दर्शन और आरती और अन्य गतिविधियां देख सकेंगे।

6.बानिक ने कहा कि मेले के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पर्याप्त सुरक्षा उपाय किए गए हैं।

7. मेले में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और एक पुलिस कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है।

8. मंदिर में हथियार और गोला-बारूद ले जाने पर प्रतिबंध लगाया गया है।

9. अधिकारियों ने कहा कि मंदिर परिसर और इसके आसपास के इलाकों को पांच सेक्टरों में बांटा गया है।

10. बड़सर के एसडीएम को मेला अधिकारी नियुक्त किया गया है, जबकि बड़सर के डीएसपी मेला पुलिस अधिकारी होंगे। अधिकारियों ने कहा कि मेले के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर को 24 घंटे खुला रखा जाएगा।

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