
Goa acid attack case: गोवा-महाराष्ट्र बॉर्डर पर स्थित डोडामार्ग में तेजाब हमले की एक सनसनीखेज घटना ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया है। इस केस में अब जो ट्विस्ट सामने आया है, वह चौंकाने वाला है। 17 वर्षीय छात्र ऋषभ पर जानलेवा एसिड अटैक करने वाले आरोपी नीलेश गजानन देसाई ने खुद कबूल किया है कि यह हमला उसने अपनी बेटी की आत्महत्या का बदला लेने के लिए किया।
घटना 30 जून की सुबह की है। ऋषभ अपने पिता उमेश शेट्टी (पुलिस अधिकारी) के साथ स्कूटी पर निकला था और बस स्टॉप पर उतरा। जैसे ही वह कॉलेज बस का इंतजार कर रहा था, एक स्कूटर सवार व्यक्ति काले रेनकोट और दस्तानों में वहां पहुंचा। उसने सफेद बाल्टी में भरा तेजाब ऋषभ पर फेंक दिया और फरार हो गया। तेजाब से ऋषभ की आंख, चेहरा, गर्दन और छाती बुरी तरह झुलस गई है। वह 50% से अधिक जल चुका है और उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। स्थानीय लोगों की सूचना पर पिता पहुंचे और बेटे को गोवा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। पुलिस ने मौके से तेजाब से भरी बाल्टी और एक प्लास्टिक जग बरामद किया। सीसीटीवी और स्कूटर नंबर से आरोपी नीलेश देसाई की पहचान की गई, जिसे सिंधुदुर्ग के पास से गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया।
नीलेश का आरोप है कि ऋषभ की वजह से उसकी नाबालिग बेटी ने आत्महत्या की थी। दो साल पहले दोनों एक ही स्कूल में पढ़ते थे और बाद में लड़की अपने मामा के घर रहने चली गई। मई 2025 में वह अचानक ऋषभ के घर पहुंची और रात को नींद की गोलियां खाकर जान दे दी। पुलिस ने इसे "अननैचुरल डेथ" के तौर पर दर्ज किया था लेकिन अब केस में नया मोड़ आ गया है।
नीलेश की पत्नी ने डोडामार्ग थाने में जो शिकायत दर्ज कराई, उसमें आरोप लगाया गया है कि ऋषभ ने उनकी बेटी के साथ शादी का झांसा देकर शारीरिक संबंध बनाए, फिर उसका वीडियो बनाकर ब्लैकमेल किया। इसके अलावा पुलिस अफसर पिता उमेश शेट्टी पर भी धमकाने के आरोप लगाए गए हैं। अब इस केस में पॉक्सो एक्ट की धाराओं में मामला दर्ज करने की मांग की गई है।