
Bhavnagar brother Sister Assault: गुजरात के भावनगर से एक ऐसा सनसनीखेज मामला सामने आया है जिसने पूरे राज्य को झकझोर दिया है। 29 वर्षीय आरोपी पहले से शादीशुदा और पेशे से ड्राइवर है। उसने अपनी वयस्क बहन के साथ दो बार दुष्कर्म किया और उसे सिगरेट से जलाकर घायल किया। पुलिस के अनुसार, आरोपी ने बहन के किसी अन्य व्यक्ति के साथ संबंधों का फायदा उठाकर उसे ब्लैकमेल करने और नियंत्रित करने की कोशिश की। इस मामले ने स्थानीय प्रशासन और महिलाओं की सुरक्षा से जुड़े सवाल खड़े कर दिए हैं।
22 वर्षीय पीड़िता लगभग तीन साल से एक युवक के साथ रिश्ते में थी। आरोपी को इस रिश्ते की जानकारी थी, लेकिन उसने इस तथ्य का गलत फायदा उठाया। आरोपी ने बहन को धमकाने, नियंत्रित करने और डराने के लिए पहले चाकू दिखाया और बाद में दुष्कर्म किया। घटना की शुरुआत 13 जुलाई को हुई।
पहला हमला 13 जुलाई को हुआ, जब आरोपी की पत्नी अपने माता-पिता से मिलने अपने मायके गई थी। पुलिस के अनुसार, उसने दुष्कर्म से पहले अपनी बहन को चाकू दिखाकर धमकाया। दूसरी घटना 22 अगस्त को हुई, जब आरोपी की पत्नी घर पर मौजूद नहीं थी। दोनों ही मौकों पर पीड़िता घर में अकेली थी। दूसरे हमले के दौरान आरोपी ने उसकी दाहिनी जांघ पर जलती हुई सिगरेट दाग दी, जिससे गंभीर जलने के निशान बन गए।
दूसरे हमले के बाद पीड़िता ने तुरंत राज्य की महिला हेल्पलाइन पर संपर्क किया और अपने साथ हुए दुर्व्यवहार का खुलासा किया। इसके बाद भावनगर पुलिस ने तुरंत औपचारिक शिकायत दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी और पीड़िता दोनों का मेडिकल परीक्षण कराया गया। हमले में इस्तेमाल किए गए चाकू और आरोपी द्वारा पहने गए कपड़े बरामद किए गए हैं। पुलिस मामले की पूरी गहन जांच में लगी हुई है और आगामी कानूनी प्रक्रिया जारी है। पुलिस का दावा है कि आरोपी की दिमागी स्थिति की भी जांच कराई जा रही है।
पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। इस सनसनीखेज मामले में सभी सबूत संकलित किए जा रहे हैं, और जांच जारी है। पुलिस का कहना है कि आरोपी ने बहन को धमकाने और नियंत्रित करने के उद्देश्य से यह अपराध किया। इस केस ने महिलाओं की सुरक्षा और परिवार में होने वाली हिंसा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि परिवार के अंदर होने वाले मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न को गंभीरता से लेना आवश्यक है। साथ ही, पीड़ित को तुरंत सुरक्षित जगह प्रदान करना और कानूनी मदद उपलब्ध कराना बेहद जरूरी है।