जिस चांदीपुरा वायरस से गुजरात में खौफ, उसका महाराष्‍ट्र से है पुराना कनेक्‍शन

Chandipura virus symptomes in Hindi : गुजरात में चांदीपुरा वायरस के तेजी से बढ़ते संक्रमण से 6 बच्चों की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य मंत्री ने सावधान रहने की सलाह दी है। यह वायरस पहले महाराष्ट्र में पाया गया था और अब गुजरात में डर फैला रहा है। 

अहदाबाद, गुजरात में चांदीपुरा वायरस (Chandipura virus) लोगों को डरा रहा है।, इसके संक्रमण का खतरा इतने तेजी से बढ़ रहा है कि सरकार से लेकर आम आदमी तक डरे हुए हैं। इस वायरस से अब तक प्रदेश में 6 बच्चों की मौत हो चुकी है। हालांकि गुजरात के स्‍वास्‍थ्‍य विभाग का कहना है कि इस वायरस से हमे डरने की नहीं, बल्कि सावधान रहने की जरूरत है। इसका इलाज है, बस समय पर लक्षण जानकर डॉक्टरों की सलाह से दवा लीजिए।

गुजरात के चांदीपुरा वायरस का महाराष्ट्र से सालों पुराना कनेक्शन

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दरअसल, जिस चांदीपुरा वायरस से आज गुजरात में दहशत फैली हुई है, उसका महाराष्ट्र से पुराना कनेक्शन है। यह वायरस पहले महाराष्ट्र में एंट्री किया था। चांदीपुरा वायरस का सबसे पहला मामला 1965 में महाराष्ट्र से सामने आया है। अब सालों बाद गुजरात में देखा गया है। यानि यह वायरस भारत के लिए नया नहीं है।

चांदीपुरा वायरस को लेकर गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री क्या बोले...

बता दें कि गुजरात में जिन 6 बच्चों कि इस वायरस से मौत हुई है, उनमें पांच बच्चों की जान तो सिर्फ साबरकांठा जिले के हिम्मतनगर के सिविल अस्पताल में हुई। जानकारी बच्चों के सैंपलों को जांच के बाद पता चली है। बीते दिनों गुजरात से यह सैंपल पुणे के राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) भेजे गए थे। तब पुष्टि हुई थी कि बच्चों की मौत चांदीपुरा नाम के वायरस से हुई है। इसे पूरे मामले पर गुजरात के हेल्थ मिनिस्टर ऋषिकेश पटेल ने कहा कि इससे डरने की जरूरत नहीं है, चांदीपुरा वायसर संक्रामक नहीं है, लेकिन जिस जिले और इलाकों में इसकी वजह से बच्चों की जान गई है, वहां सख्त निगरानी रखने की जरूरत है। हमारी टीम और सरकार इससे निपटने के लिए दिन रात काम कर रही है। हम अब तक इसको लेकर 18,646 लोगों की जांच की जांच कर चुके हैं।

चांदीपुरा वायरस से मध्य प्रदेश और राजस्थान में भी खौफ

गुजरात के चांदीपुर वायरस की दहशत पड़ोसी राज्य राजस्थान और मध्य प्रदेश मे भी है। क्योंकि जिन 12 लोगों में यह वायरस पाया गया है। उसमें से 4 मरीज साबरकांठा जिले से, तीन अरावली से और एक-एक महिसागर और खेड़ा से हैं। जबकि दो मरीज राजस्थान और एक मध्य प्रदेश के युवक में पाया गया है। इन सभी मरीजों का इलाज गुजरात में हुआ है। इस वजह से इन दो राज्यों में भी इसका खौफ है।

चांदीपुरा वायरस के क्या हैं लक्षण, कितना खतरनाक है चांदीपुरा वायरस

डॉक्टरों के मुताबिक, चांदीपुरी वायरस में अचानक तेज बुखार आता है। उल्टियां होती हैं, दौरे पड़ना, दस्त, मस्तिष्क में सूजन सिर दर्द और ऐंठन जैसे लक्षण दिखते हैं तो तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें। बता दें कि यह वायरस . 9 महीने से 14 साल की उम्र के बच्चों में ज्यादा फैलता है। यह अपना असर बारिश के मौसम में ज्यादा दिखाता है। इसका संक्रमण मक्खी, मच्छर के काटने से होता है। यह चांदीपुर वायरस कितना खतरनाक है यह तो अभी पता नहीं चला है। लेकिन पुराने केसेस से पता चलता है कि संक्रमित बच्चों में लक्षण दिखने के 48-72 घंटों के अंदर उनकी जान चली गई थी। इसी से आप अंदाजा लगा सकते हैं।

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