
गांधीनगर। जनजातीय नायकों के शौर्य और योगदान को सम्मान देने के लिए पूरे देश में जनजातीय गौरव वर्ष मनाया जा रहा है। 15 नवंबर 2025 को भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती केंद्र सरकार द्वारा विशेष रूप से मनाई जाएगी। इस अवसर पर गुजरात के नर्मदा जिले में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में राष्ट्रीय स्तर का उत्सव आयोजित किया गया है।
डेडियापाडा में होने वाले इस कार्यक्रम में गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल भी उपस्थित रहेंगे। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी यहां केंद्र और राज्य सरकार के 9,700 करोड़ रुपए से अधिक के विकास कार्यों की सौगात देंगे। कार्यक्रम की शुरुआत प्रधानमंत्री द्वारा देवमोगरा धाम में पूजा-अर्चना से होगी। सतपुड़ा पर्वतमाला में स्थित यह धाम आदिवासी समाज की आस्था का प्रमुख केन्द्र है। प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात के जनजातीय कलाकार पारंपरिक अंदाज में प्रस्तुति देंगे।
इस उत्सव के तहत केंद्र सरकार 7,667 करोड़ रुपए और राज्य सरकार 2,112 करोड़ रुपए के विभिन्न विकास कार्यों की भेंट देगी। शाम को एकता नगर में भगवान बिरसा मुंडा के जीवन पर आधारित नाट्य प्रस्तुति भी आयोजित की जाएगी, जिसका सीधा प्रसारण जनजातीय जिलों की 23 तहसीलों में किया जाएगा। प्रधानमंत्री इस अवसर पर जनसभा को संबोधित करेंगे।
सड़क और भवन विभाग
शहरी विकास विभाग
स्वास्थ्य विभाग
जल संसाधन विभाग
सड़क और भवन विभाग
जलापूर्ति विभाग
ग्रामीण विकास विभाग
शहरी विकास विभाग
खेल एवं संस्कृति विभाग
आदिजाति मामलों के मंत्रालय द्वारा पूरे देश में 7,667 करोड़ रुपये मूल्य की परियोजनाएँ शुरू और पूर्ण की जाएंगी। प्रधानमंत्री चार परियोजनाओं का शिलान्यास और छह का लोकार्पण करेंगे।
मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में राज्य के 14 जनजातीय जिलों में रथयात्रा निकाली जा रही है। यह उमरगाम और अंबाजी से शुरू होकर एकता नगर में 13 नवंबर 2025 को समाप्त होगी। अब तक 5.94 लाख से अधिक लोग इन कार्यक्रमों में जुड़े हैं। यात्रा के दौरान स्वास्थ्य शिविर, सेवा सेतु कार्यक्रम, सफाई अभियान, स्कूल-कॉलेज प्रतियोगिताएँ और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
1 नवंबर 2025 को भगवान बिरसा मुंडा के जीवन पर राष्ट्रीय संगोष्ठी हुई। साथ ही उनकी झांकी और प्रदर्शनी के पैवेलियन का उद्घाटन किया गया। आदिवासी कला और व्यंजनों को बढ़ावा देने के लिए 10 स्टॉल भी लगाए गए।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा ने अपने समाज, संस्कृति और देश के लिए जीवन न्योछावर किया। वे केवल एक व्यक्ति नहीं, बल्कि एक परंपरा हैं। जनजातीय समाज की प्रगति में उनका योगदान आज भी प्रेरणा देता है।