अहमदाबाद की पुलिस लाइन में समर कैम्प का आयोजन किया गया, जिसमें 600 बच्चों ने हिस्सा लिया। CM भूपेंद्र पटेल, सहकारिता और ग्रामोद्योग राज्य मंत्री जगदीश विश्वकर्मा और राज्य पुलिस महानिदेशक विकास सहाय की उपस्थिति में इस कैम्प का समापन सत्र संपन्न हुआ।
गांधीनगर। मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि मौजूदा समय में बच्चों को टीवी और मोबाइल जैसे इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स से दूर रखना अभिभावकों के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है। ऐसे में यह खुशी की बात है कि बच्चे समर कैम्प जैसे आयोजन के जरिए गैजेट्स से दूर रहकर रचनात्मक गतिविधियों में शामिल रहे। उन्होंने कहा कि बच्चों के लिए ऐसी रचनात्मक गतिविधियां जरूरी हैं। बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए शिक्षा के साथ-साथ खेल भी आवश्यक है।
रविवार को अहमदाबाद के शेला में स्थित औडा ऑडिटोरियम में अहमदाबाद शहर पुलिस की ओर से आयोजित ‘समर कैम्प 2024’ के समापन सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बात कही।
समर कैम्प के आयोजकों को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दी गई ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की संकल्पना पुलिस लाइन में साकार होती है, जहां विभिन्न प्रदेशों और समुदायों से आने वाले पुलिस जवानों के परिवार मिल-जुलकर रहते हैं। उन्होंने कहा कि बच्चे एक-दूसरे को करीब लाने और परिवार भावना को मजबूत करने का एक सशक्त माध्यम हैं। शिक्षित एवं कुशल बच्चों से ही ‘विकसित गुजरात से विकसित भारत’ का स्वप्न साकार होगा।
सहकारिता और ग्रामोद्योग राज्य मंत्री श्री जगदीश विश्वकर्मा ने कहा कि समर कैम्प के जरिए बच्चों में नई चेतना का संचार हुआ है। ऐसे कैम्प से बच्चों में और अधिक रचनात्मकता खिलेगी। इस आयोजन के लिए उन्होंने अहमदाबाद पुलिस आयुक्त सहित पूरे पुलिस विभाग की सराहना की और कहा कि आने वाले समय में सरकार पुलिस लाइन में रहने वाली महिलाओं में उद्यमिता और कौशल विकास के लिए प्रशिक्षण का आयोजन करेगी।
इस अवसर पर स्वागत भाषण में शहर पुलिस आयुक्त श्री जी.एस. मलिक ने कहा कि इस समर कैम्प से बच्चों में कला-कौशल का विकास हुआ है, जिसकी खुशी बच्चों और उनके अभिभावकों के चेहरे पर देखने को मिल रही है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष अहमदाबाद शहर में अपराध में उल्लेखनीय कमी आई है, जिसका श्रेय अहमदाबाद के सभी पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को जाता है।
कैम्प के बारे में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए ओढव पुलिस लाइन की छात्रा माही मोरी ने कहा कि, हमें समर कैम्प में बहुत मजा आया। बच्ची ने समर कैम्प को प्रतिवर्ष आयोजित करने की अपील भी की।
एक अभिभावक अल्काबेन त्रिवेदी ने कहा कि शिक्षा के साथ कौशल विकास भी काफी जरूरी है। समर कैम्प के दौरान पुलिस विभाग ने बच्चों का बहुत ध्यान रखा। इस आयोजन के माध्यम से बच्चों में अनेक अच्छी आदतें विकसित हुई हैं।
उल्लेखनीय है कि 16 मई, 2024 को पहले समर कैम्प का आयोजन किया गया था। उसके बाद शहर की 15 पुलिस लाइन में समर कैम्प का आयोजित किया गया। जिसमें 600 से अधिक बच्चों ने भाग लिया। समर कैम्प में आत्मरक्षा, मार्शल आर्ट, ड्रॉइंग, पेपर क्राफ्ट, पेंटिंग, संगीत, नृत्य, कैलीग्राफी, कंप्यूटर और योग आदि का प्रशिक्षण दिया गया तथा विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।
समापन सत्र में अहमदाबाद के सांसद श्री हसमुख पटेल, राज्यसभा सांसद श्री नरहरि अमीन, विधायक सर्वश्री अमित शाह, जीतुभाई पटेल और कौशिक जैन, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव श्री के. कैलाशनाथन, राज्य पुलिस महानिदेशक श्री विकास सहाय, अहमदाबाद पुलिस आयुक्त श्री जी.एस. मलिक, विशेष शाखा के विशेष पुलिस आयुक्त श्री अजय चौधरी सहित शहर के कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, कर्मचारी और उनके परिवारजन उपस्थित रहे।