केंद्र सरकार के बजट से ठीक पहले CM अशोक गहलोत ने इस बड़े काम के लिए खोल दी तिजोरी, 100 करोड़ किए मंजूर

Published : Feb 01, 2023, 07:37 PM ISTUpdated : Feb 01, 2023, 07:38 PM IST
Cm ashok gehlot

सार

राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत ने सेंट्रल गवर्मेंट के बजट से पहले प्रदेशवासियों के लिए इस बड़े काम के लिए सरकारी तिजोरी खोलते हुए 100 करोड़ कर दिए मंजूर। यह फंड ट्रैफिक मेनजमेंट सिस्टम को मजबूत करने के लिए दिए गए है।

जयपुर (jaipur). राजस्थान सड़क हादसों के मामले में देश के बड़े राज्यों में शुमार हो गया है। पिछले कुछ सालों से राजस्थान टॉप 5 राज्य में शामिल है। यही कारण है कि अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान में बढ़ रहे सड़क हादसों को काबू करने के लिए बड़ा प्रयास किया है। सरकार ने सड़क हादसों को काबू करने और हादसों से होने वाले नुकसान को कम करने के लिए अपनी तिजोरी खोल दी है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सरकारी खजाने में से 100 करोड़ 99 लाख रुपए की वित्तीय स्वीकृति जारी की है। यह पैसा यातायात प्रबंधन प्रणाली को मजबूत करने के लिए दिया गया है। इससे राजस्थान सरकार के अलग-अलग विभाग अपनी जरूरत के हिसाब से काम में लेंगे।

ट्रैफिक सिस्टम मैनजमेंट को सुधारने के आएगा काम

दरअसल इस राशि में से बड़ा पैसा राजस्थान के छोटे शहरों में यातायात मिसमैनेजमेंट को मैनेज करने के लिए काम में लिया जाएगा। इसके अलावा यह पैसा यातायात नियमों की अवहेलना करने वाले वाहन चालकों को तत्काल कार्रवाई के लिए काम में लिया जाएगा । राजस्थान के कई जिलों में हाईवे पर यातायात के नियमों की अवहेलना बहुत ज्यादा होती है। इन जिलों में जयपुर, जोधपुर, उदयपुर। कोटा, भरतपुर। धौलपुर समेत कई जिले शामिल हैं। इन जिलों में अब त्वरित कार्रवाई करने के लिए पुलिस और अन्य विभागों को नियुक्त किया जाएगा। ताकि यातायात के नियमों की पालना नहीं करने वालों के खिलाफ मौके पर ही सख्त कार्रवाई की जा सके।

लाई जाएगी नई मशीनें

साथ ही यातायात पुलिस और लोकल पुलिस को ऐसे उपकरण और मशीनरी उपलब्ध कराई जाएगी जिससे यह पता लगाया जा सके कि किन जगहों पर यातायात संचालन में परेशानी होती है। उल्लेखनीय है कि राजस्थान में हर साल 10000 से भी ज्यादा सड़क हादसे होते हैं । इन हादसों में हर साल 10 से 12000 लोगों की मौत होती है । इसके अलावा करीब 20000 लोग हर साल सड़क हादसों में घायल होते हैं । इन 20000 घायलों में से तीन हजार से ज्यादा लोग अक्सर ऐसे होते हैं जो अपने अंगों का नुकसान कर बैठते हैं।

इसे भी पढ़े- केंद्र सरकार ने बजट में राजस्थान को दी यह अनोखी सौगात, पूरे देश में गूंजेगा अब प्रदेश का नाम, पढ़िए पूरी खबर

PREV

Recommended Stories

मद्रास हाई कोर्ट में वाकई कुछ गड़बड़ है? सुप्रीम कोर्ट ने मांगा जवाब, करूर भगदड़ केस से उठी बड़ी बहस
हैदराबाद में कड़ाके की ठंड: 7 साल में पारा सबसे नीचे-IMD भी चौंका, क्या ठंड और बढ़ेगी?