आंध्र प्रदेश के कुर्नूल जिले में एक हैरान करने वाली प्राकृतिक घटना सामने आई है। जिसकी वजह से गोनेगंडला गांव के लगभग 150 परिवारों पर खतरा मंडराने लगा और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर भेजना पड़ा।
कुर्नूल (आंध्र प्रदेश)। आंध्र प्रदेश के कुर्नूल जिले में एक हैरान करने वाली प्राकृतिक घटना सामने आई है। जिसकी वजह से गोनेगंडला गांव के लगभग 150 परिवारों पर खतरा मंडराने लगा और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर भेजना पड़ा। दरअसल, गांव के घरों के बीच ऊंचाई पर चट्टान मौजूद है। उमसें भीषण गर्मी की वजह से दरार पड़ गई। हालांकि अडोनी सब डिवीजन में मंगलवार को घटी इस घटना में कोई नुकसान नहीं हुआ है।
मंगलवार से नहीं बढ़ी दरारें
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, चट्टानों में पड़ी दरारें मंगलवार से नहीं बढ़ीं। इस जानकारी के बाद जिला प्रशासन और स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली है। एक अधिकारी का कहना है कि चट्टान के टूट कर गिरने का खतरा है। इसकी वजह से करीब 150 परिवारों को गांव से हटाया गया। मौके पर राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की टीम को तैनात किया गया है।
चट्टानों की दरारों को रोकने के लिए इनसे मांगी गई मदद
जिला प्रशासन ने चट्टान को टूटने से रोकने के लिए नवीनीकरण ऊर्जा कम्पनी ग्रीनको और नजदीकी सीमेंट कम्पनियों से मदद मांगी है। स्थानीय लोगों की सुरक्षा को देखते हुए उन्हें पास ही के एक स्कूल में ठहराया गया है। यह स्कूल चट्टान की विपरीत दिशा में है, जबकि गांव के प्रभावित घर चट्टान के दरार वाले हिस्से में है। यदि स्थिति खराब होती तो चट्टान के टुकड़ों के उन घरों पर गिरने की आशंका थी। इसीलिए स्थानीय लोगों को वहां से दूसरी जगह हटाया गया। बताया जा रहा है कि चट्टान में दरार भीषण गर्मी की वजह से पड़ सकती है। चट्टान के आसपास ऐसी कोई गतिविधि भी नहीं चल रही है। जिसकी वजह से चट्टान में दरार पड़ने की संभावना हो।
38.2 डिग्री दर्ज किया गया तापमान
मौसम विभाग के अधिकारी का कहना है कि जिले में मंगलवार को उच्च तापमान दर्ज नहीं किया गया है। आंध्र प्रदेश के राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, इलाके में मंगलवार को 38.2 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। फिलहाल, जिला प्रशासन की टीम पूरी स्थिति पर अपनी नजर बनाए हुए है।