करोड़पति निकला कर्नाटक का ये तहसीलदार, 300 करोड़ की सिर्फ एक जमीन निकली, तस्वीरें देखकर आंखें फटी रह जाएंगी

Published : Jun 30, 2023, 01:07 PM ISTUpdated : Jun 30, 2023, 01:14 PM IST

लोकायुक्त ने 28 जून को पूरे कर्नाटक में 11 से अधिक स्थानों पर छापेमारी की थी। लोकायुक्त की एंटी करप्शन विंग ने कथित आय से अधिक संपत्ति के मामले में हसीलदार अजित राय और कृषि विभाग की ज्वाइंटर डायरेक्टर चेताना पाटिला के यहां छापा मारा था। 

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बेंगलुरु. ये तस्वीरें अफसरों के 'कमिशनखोरी' का चौंकाने वाला खुलासा करती हैं। लोकायुक्त ने 28 जून को पूरे कर्नाटक में 11 से अधिक स्थानों पर छापेमारी की थी। लोकायुक्त की एंटी करप्शन विंग ने कथित आय से अधिक संपत्ति के मामले में हसीलदार अजित राय और कृषि विभाग की ज्वाइंटर डायरेक्टर चेताना पाटिला के यहां छापा मारा था। तहसीलदार के यहां जितनी प्रॉपर्टी और धन-दौलत मिली, उसने लोकायुक्त टीम की आंखें फाड़कर रख दीं।

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लोकायुक्त छापेमारी के दौरान घर से 1.90 करोड़ के कीमती सामान और 40 लाख रुपये कैश मिले। अधिकारियों ने 100 एकड़ से अधिक संपत्ति संबंधी दस्तावेज भी बरामद किए हैं।

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तहसीलदार अजीत राय ने प्रापर्टी के कागजात रिश्तेदारों और दोस्तों के नाम पर बना रखे थे। संदेह है कि ये संपत्ति बेनामी नाम पर बनाई गई थी। घर में महंगी शराब भी मिली।

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छापे में डोड्डाबल्लापुर के पास 98 एकड़ भूमि का दस्तावेज मिला, जिसकी कीमत 300 करोड़ रुपये से अधिक है। इस स्थान पर हॉर्स राइडिंग स्कूल खोलने की तैयारी की जा रही थी।

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लोकायुक्त को कल्लूर में 30 एकड़ जमीन का टाइटल डीड भी मिला है। तहसीलदार अजीत राय के पास करोड़ों रुपए की प्रॉपर्टी मिली। महंगी गाड़ियां मिलीं। इस बीच राज्य में लोकायुक्त की छापेमारी 29 जून को भी जारी रही।

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लोकायुक्त अधिकारियों ने केआर पुरम के तहसीलदार अजित राय के घर पर छापा मारा था। 28 जून को जब प्रॉपर्टी का आकलन किया गया, तो लोकायुक्त टीम हैरान रह गई। 

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लोकायुक्त की टीम ने 28 जून की सुबह शहर के सहकार नगर स्थित अजीत राय के घर पर छापेमारी की थी। रात भर दस्तावेजों का मूल्यांकन और वेरिफिकेशन चलता रहा।

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दो गाड़ियों से आए लोकायुक्त अधिकारियों ने अजित राय से जुड़े 11 ठिकानों पर छापेमारी की थी।

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कुछ समय पहले ही अजित राय का केआर पुरम के तहसीलदार पद से ट्रांसफर कर दिया गया था। उन पर स्टॉर्म वॉटर ड्रेन्स (SWD) के अतिक्रमण को लेकर कथित तौर पर बिल्डरों, रीयलटर्स और कुछ कंपनियों के साथ सांठगांठ के आरोप में सस्पेंड किया गया है।

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